लखनऊ बैंक चोरी मामले में पुलिस की बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई है. इस दौरान एक चोर घायल हो गया. चिनहट में बैंक में हुई करोड़ों की चोरी ने तब हर किसी को हैरान कर दिया है. चोरों ने जिस तरह से बैंक से करोड़ों का माल उड़ाया, उसके बारे में सुनकर हर कोई दांतो तले उंगली दबा लेगा. चिनहट के मटियारी में बैंक के 42 लॉकर तोड़कर उनमें रखा सामान चोरी कर लिया गया. इस चोरी को जिस जगह अंजाम दिया गया, वहां से पुलिस चौकी महज 100 मीटर की दूरी पर है. चोरों ने ये चोरी खाली प्लॉट से बैंक की दीवार में सेंध लगाकर की. ब्रांच के अंदर घुसे चोरों ने लॉकर तोड़कर उनमें रखा सामान चोरी कर लिया. इस बैंक चोरी में चार लोग शामिल है. बैंक में न तो कोई अलार्म था और न ही कोई गार्ड, जिसका फायदा उठाकर चोरों ने वारदात को अंजाम दिया. हैरानी की बात ये भी है कि चोरों ने भले ही लॉकर काटकर सामान चुरा लिया, लेकिन बैंक में रखे 12 लाख रुपये कैश चोर नहीं ले गए.
बदमाशों के साथ कैसे हुई मुठभेड़
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया घटना के बाद लगातार पुलिस सक्रिय थी और जांच पड़ताल कर रही थी. इसी दौरान आज पुलिस को सूचना मिली कि दो संदिग्ध गाड़ियां जलसेतु क्षेत्र गांव लौलई से निकल रही है जो कल की घटना से जुड़ी हो सकती हैं. यह जानकारी होने पर क्राइम टीम पूर्वी व चिनहट पुलिस मौके पर पहुंची और चेकिंग अभियान शुरू किया. जब यह गाड़ियां वहां से गुजर रही थी. तब इनसे पूछताछ के लिए इनको रोका गया तभी एक गाड़ी से एक व्यक्ति द्वारा पुलिस पर फायरिंग की गई. इसके बाद उन्होंने खेतों की तरफ भागने का प्रयास किया, इस दौरान कुछ बदमाश भाग गए. पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक पैर पर गोली लगी. जिसकी पहचान अरविंद कुमार जनपद मुंगेर बिहार के रूप में हुई है. जिसके पास से कल की घटना से जुड़ा सामान भी मिला है. बाकी आरोपियों की धरपकड़ के लिए पूरे जनपद में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. बाकी बचे हुए और बदमाशों को भी जल्द पकड़ा जाएगा. घायल बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है.
बैंक में कैसे घुसे चोर
बैंक के बगल में स्थित खाली प्लॉट से बैंक की दीवार में सेंध लगाकर चोर अंदर दाखिल हुए. जहां उन्होंने 90 लॉकर में से 42 लॉकर तोड़ डाले और उनमें रखा सामान चुरा ले गए. इंडियन ओवरसीज बैंक की जिस ब्रांच में ये चोरी हुई, वो ब्रांच पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर है. अब अगर चोर पुलिस चौकी के इतने नजदीक से बैंक के लॉकर तोड़कर करोड़ों का माल उड़ा ले, तो यकीनन चोरी को बड़े ही शातिर ढंग से अंजाम दिया गया होगा. चोर इंडियन ओवरसीज बैंक की दीवार में सेंध लगाकर अंदर घुसे और वहां लॉकर काटते रहे और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. यहां तक कि पास में ही पेट्रोलिंग करने वाली टीम भी बैंक चोरी से बिल्कुल अंजान थी.
चोरों ने 4 घंटे में काटे 42 लॉकर
चोरों ने चार घंटे में 90 में से 42 लाकरों को काटकर उसमें रखे सामान को उड़ा दिया. चोरों ने बैंक के जिन लॉकर को काटा, वो सभी बुक थे. बैंक से चोरों ने कितना माल उड़ाया, इसका सटीक आकलन अभी नहीं हो सका है, लेकिन माना जा रहा है कि चोर करोड़ों का सामान बैंक लॉकर से लेकर गए. बैंक से कितना माल चोरी हुआ, इसके आकलन के लिए ब्रांच चोरी गए सामान की सूची तैयार करने के साथ ही लॉकर बुक कराने वाले कस्टमर्स से संपर्क कर रहा है.
बैंक चोरी का कैसे चला पता
जब रविवार दोपहर डेढ़ बजे बैंक के बगल की दुकान के मालिक जफर ने खाली प्लॉट की दीवार को टूटा हुआ देखा तो उन्होंने इस बारे में पुलिस को सूचना दी. बैंक में इसी जगह से चोर दाखिल हुए थे, जहां दीवार टूटी थी. बैंक के पीछे की दीवार को करीब दो फीट की गोलाई में काटकर चार बदमाश अंदर दाखिल हुए थे. लॉक रूम की दीवार को कटर से काटा गया. चार घंटे में बदमाशों ने कुल 42 लाकरों को काटकर उसमें रखा माल चुरा लिया. कहा ये भी जा रहा है कि तीन से चार बदमाश चोरी के वक्त बैंक के बाहर भी थे. चोरों ने अपनी लंबाई तक के ही लॉकर काटे, जो लॉकर ज्यादा ऊंचे थे, उन्हें चोरों ने ऐसे ही छोड़ दिया.
अलार्म को लेकर आमने-सामने बैंक और पुलिस
इस मामले में बैंक और पुलिस भी आमने-सामने हैं. एक तरफ बैंक का कहना कि अलार्म सिस्टम का तार बदमाशों ने काट दिया था जबकि पुलिस का दावा है कि बैंक में अलार्म सिस्टम था ही नहीं. बैंक के बाहर सिर्फ एक कैमरा लगा है. चोरी के बाद पुलिस कैमरे की फुटेज खंगालने में लगी है. बैंक मैनेजर समेत अन्य कर्मचारियों को बुलाया गया है. उनसे भी पूछताछ की जाएगी. बैंक कर्मचारियों ने बताया कि बैंक में 90 लाकर हैं.