उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) की रिवर बैंक कॉलोनी में आज BSP के पूर्व सांसद दाऊद के बन रहे एक मल्टी स्टोरी अपार्टमेंट को सरकार ने ज़मींदोज़ कर दिया. ASI ने इसे गिराने का आदेश दिया था. इसका धमाका इतना तेज था कि दूर-दूर तक सुनाई दिया. धराशायी की जा चुकी इमारत की लागत 100 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इमारत गिरते वक़्त इसे तोड़ रही एक पोकलेन मशीन का ड्राइवर इसकी ज़द में आ गया, जिसे थोड़ी चोट आई है, लेकिन उसकी जान बच गई.
लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने NDTV को बताया कि ASI के तहत आने वाले किसी पुरातात्विक महत्व के स्मारक से 300 मीटर की दूरी पर ही निर्माण हो सकता है. यह इमारत ऐतिहासिक रेजीडेंसी से महज़ 123 मीटर दूर थी. ASI ने इसे गिराने का आदेश दिया था. दाऊद इसके खिलाफ हाईकोर्ट चले गए थे, लेकिन उनकी याचिका खारिज हो गई. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बिल्डिंग का नक्शा रद्द कर दिया था. इसके खिलाफ भी वो अदालत गए लेकिन उनकी वह याचिका भी खारिज कर दी गई.
ASI ने बिल्डर को खुद ही इस इमारत को गिराने की मोहलत दी थी, लेकिन उन्होंने खुद इसे नहीं गिराया. वह मुद्दत गुज़र जाने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने आज यह इमारत ज़मींदोज़ कर दी.
दरअसल अपार्टमेंट के गिरने से पहले वहां मौजूद सरकारी अमले को हटने के लिए कहा गया था, लेकिन एक पोकलेन ड्राइवर इसके पहले कि अपनी मशीन वहां से हटा पाता, बिल्डिंग पोकलेन के ऊपर गिर गई. गनीमत यह रही कि जब बिल्डिंग पोकलेन पर गिरी उस वक़्त इमारत तोड़ने वाली उसकी आर्म (Arm) ऊपर की तरफ उठी हुई थी, जिसने बिल्डिंग के गिरने के इंपैक्ट को अपने ऊपर ले लिया. इससे पोकलेन में बैठे ड्राइवर को मामूली चोट आई लेकिन उसकी जान बच गई, लेकिन पोकलेन मशीन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई.
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