उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक वकील ने नहर में छलांग लगा दी. उनके रिश्ते में लगने वाला भाई भी इस दौरान उनके पीछे नहर में कूद गया. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसने गोताखोरों की मदद से दोनों की तलाश शुरू की. हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद भी कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने घटना के करीब 12-13 घंटे बीतने के बाद एक शव को बरामद किया है. दरअसल, वकील अनुपम तिवारी का अपनी पत्नी से विवाद हुआ था, जिसके बाद उन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया.
जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से मऊ जिले के मधुबन थाना क्षेत्र स्थित गोपालपुर गांव के निवासी 37 साल के अनुपम तिवारी लखनऊ के चिनहट स्थित हासेमाऊ गांव में रहते थे. अनुपम तिवारी यहां पर हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में वकील थे. शुक्रवार को देर रात उनकी पत्नी से कहासुनी हो गई और वह घर से निकल गए.
अनुपम तिवारी को बचाने कूदे शिवम उपाध्याय
अनुपत तिवारी के पीछे-पीछे उनके 20 वर्षीय रिश्तेदार शिवम उपाध्याय भी गए. रात करीब 11.45 बजे अनुपम तिवारी इंदिरा नहर के पास पहुंचे और जान देने के उद्देश्य से नहर में छलांग लगा दी. शिवम ने यह देखा तो वह उन्हें बचाने के लिए नहर में कूद गया.
घटना के बाद से ही दोनों लापता थे. पड़ोसी की सूचना पर देर रात पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने घटना की जानकारी लेने के बाद एसडीआरएफ की टीम को सूचना दी. सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ टीम और स्थानीय गोताखोरों ने दोनों की तलाश शुरू की.
घटना के 12 घंटे बाद शिवम उपाध्याय का शव मिला
इंदिरा नहर में तलाश अभियान के दौरान SDRF की टीम को करीब 12 घंटे बाद शिवम उपाध्याय का शव मिला, जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस और SDRF की टीम अब अनुपम तिवारी की तलाश में जुटी है. फिलहाल परिवार के सभी लोग घटनास्थल पर मौजूद हैं. इस घटना के बाद से ही परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.