यूपी के झांसी में चार दिन पहले बेटे के सामने पिता की हत्या करने वाले दो हत्यारोपी सचेन्द्र यादव और विनोद यादव का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया. जिसमें गोली लगने से दोनों हत्यारोपी घायल हो गए. दोनों ने अपने फरार चल रहे तीसरे साथी के साथ मिल शराब पार्टी के दौरान हुए विवाद में घटना को अंजाम दिया था. जिसमें पिता की मौत हो गई थी जबकि बेटे मरणासन्न हालत में छोड़कर भाग गए थे. पकड़े गए हत्यारोपियों के पास से तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है.
झांसी में शहर कोतवाली अंतर्गत पंचवटी कालोनी के पास 45 वर्षीय रमेश प्रजापति की चार दिन पहले हांथ पैर बांधकर बिजली की केबिल से गला घोंटकर हत्या हुई थी, साथ ही बचाने आए उसके बेटे को मरणासन्न हालत में पहंचाकर हत्यारोपी भाग गए थे. जिसकी तलाश कोतवाली पुलिस लगातार दबिश दे रही थी.
दबिश के दौरान आज पुलिस को पता चला कि नगारिया कुआं से हाईवे की ओर जाने वाले मार्ग पर दो संदिग्ध युवक हैं. सूचना को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस बताए गए स्थान पर पहुंची जहां पुलिस को देख दोनों ने फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया. पुलिस ने अपना बचाव करते हुए कांउटर अटैक किया. जिसमें दोनों युवक पैर में गोली लगने से घायल हो गए. जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.
पुलिस के अनुसार पूछताछ में घायलों ने अपना सचेन्द्र यादव और विनोद यादव निवासी निवाड़ी मध्य प्रदेश बताया. दोनों ने फरार चल रहे तीसरे साथी के साथ मिलकर घटना के दिन सुबह से शराब पी थी. इसके बाद दोपहर में रमेश प्रजापति के घर पहुंचे. जहां तीनों ने पार्टी करते हुए फिर से शराब पी. इसी दौरान तीनों का रमेश से विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि वह हांथ पैर बांधकर बिजली की कैबिल से गला घोंट कर हत्या कर दी।. यह देख जब रमेश का बेटा प्रियांशु बचाने आया तो उसके साथ भी मारपीट कर मरणासन्न हालत में पहुंचा दिया था. घटना के तीनों मौके से भाग गए थे. फरार चल रहे हत्यारोपी की तलाश जारी है.














