यूपी के उन्नाव से एक मार्मिक खबर सामने आई है, जिसे सुनकर हर कोई इसे ईश्वर का चमत्कार बता रहा है. एक पति अपनी मानसिक तौर पर बीमार पत्नी को 22 दिनों से शहर-दर-शहर खोज रहा था. वह पुलिस स्टेशन जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करके आया था. इस बीच उस युवक को आंखों में दिक्कत हुई तो उसे जिला अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाने के लिए भर्ती होना पड़ा. वह वार्ड नंबर 2 में भर्ती था. युवक के दोस्त ने बगल के जनरल वार्ड में एक लावारिस महिला के भर्ती होने की बात कही तो वह भी देखने पहुंच गया. देखा तो खुशी से चीख पड़ा. वह महिला उस युवक की पत्नी निकली. फिलहाल पत्नी की हालत खराब है, वह ज्यादा बातचीत नहीं कर पा रही थी.
ये मामला उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला केवटा के रहने वाले 50 साल के राकेश राठौर का है, जो कि वेल्डिंग का काम करते हैं. राकेश की पत्नी शांति 13 जनवरी की शाम से घर से अचानक लापता हो गई थी. राकेश ने उन्नाव शहर के हर हिस्से के साथ ही साथ लखनऊ, कानपुर, रायबरेली में रिश्तेदारों के यहां संपर्क करके पता लगाया, मगर कोई सुराग नहीं मिला.
राकेश घर ना जाकर व अपने दोस्त के यहां रहने लगा. जिला अस्पताल वाहन स्टैंड संचालक अपने मित्र रजोल शुक्ला के घर भी रहा आंखों मे मोतियाबिंद की दिक्कत होने पर जब उसने 6 फ़रवरी को डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टरो ने उसे ऑपरेशन कराने की सलाह दी. 7 फ़रवरी मोतियाबिंद का आपरेशान के बाद वार्ड दो मे उन्हें भर्ती करवाया गया. जब राकेश की आंखों की पट्टी खुली तो उसके मित्र रजोल ने बताया कि लावारिस महिला बगल के वार्ड में भर्ती है. इसके बाद राकेश जब उस बेड के पास पहुंचा तो पत्नी को देखकर वह खुशी से चीख पड़ा.
राकेश ने डॉक्टर से अपनी लापता पत्नी शांती के होने का दावा कर उसकी देखरेख में लग गया. राकेश 22 दिन से लापता पत्नी को पाकर ईश्वर को धन्यवाद दे रहा है. उन्नाव में यह खबर चर्चा का विषय है. फिलहाल राकेश की पत्नी शांति की हालत ठीक नहीं है. जिससे वह ज्यादा बोल पाने में अभी असमर्थ है. राकेश के मुताबिक उसकी पत्नी मानसिक रूप से बीमार रहती है जिसका इलाज चल रहा है.