दीपावली के बाद प्रदूषण की समस्या से हर कोई परेशान है. इसी बीच खेतों में पराली दिक्कतों को कई गुना बढ़ा देती है. यूपी में किसानों को पराली ना जलाने के लिए एक तरफ़ प्रशासन सख़्ती भी दिखा रहा है और जागरूक भी कर रहा है. कुछ ऐसा ही हुआ यूपी के सीतापुर में जहां पराली को लेकर प्रशासन की दोहरी भूमिका देखने को मिली है.
सीतापुर में पराली जलाने को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने एक तरफ़ सात किसानों पर जुर्माना लगाकर सभी किसानों को सख़्ती का आदेश देने की कोशिश की. वहीं दूसरी तरफ़ किसानों को हाथ उठाकर शपथ दिलाई जा रही है कि वो पराली नहीं जलायेंगे. प्रशासन ने गांव गांव जागरूकता के लिए लाउडस्पीकर लगी गाड़ियों की भी तैनाती की है, जिससे पराली को लेकर संदेश प्रसारित किया जा रहा है.
पर्यावरण संरक्षण के प्रति गंभीरता दिखाते हुए सीतापुर प्रशासन ने महमूदाबाद तहसील क्षेत्र में सात किसानों पर कुल 17,500 रुपये का जुर्माना लगाया है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कराकर किसानों को पराली न जलाने की शपथ भी दिलाई गई. उपजिलाधिकारी महमूदाबाद बालकृष्ण सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में तहसील क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं.
सूचना मिलने पर तहसील और कृषि विभाग की टीमों ने स्थलीय निरीक्षण किया. मौके पर पराली जलाने की पुष्टि होने पर सात किसानों पर पर रकबे के अनुपात में जुर्माना लगाया गया है. प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि धान की कटाई के समय फसल को जड़ से कटवाएं और पराली न जलाएं. प्रशासन ने चेतावनी दी है कि भविष्य में पराली जलाने की घटना पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. (इनपुट मोहम्मद समीर)














