कानपुर देहात के एक गांव में सोमवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान मां-बेटी के कथित तौर पर आत्मदाह करने के मामले को लेकर मंगलवार को राज्य सरकार की तरफ से डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पीड़ितों से बातचीत की. डिप्टी सीएम ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि कानपुर देहात की अत्यंत दुःखद घटना के पीड़ित परिजनों से बात कर उन्हें हर संभव मदद दिए जाने एवं दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई कराये जाने हेतु आश्वस्त करते हुए अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की. उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा.
वहीं इस मामले में अब एसडीएम समेत 39 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है साथ ही लेखपाल समेत दो को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. पुलिस अधीक्षक (कानपुर देहात) बीबीजीटीएस मूर्ति ने कहा कि अब तक लेखपाल अशोक सिंह और बुलडोजर चालक दीपक को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि दोनों को कानपुर देहात में गिरफ्तार किया गया. पुलिस महानिरीक्षक (कानपुर रेंज) प्रशांत कुमार ने कहा कि उप जिलाधिकारी (मैथा) ज्ञानेश्वर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है.
बताते चलें कि परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार नहीं थे. हालांकि दोपहर में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से फोन पर बात करने के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए देने से इनकार करने वाले परिजन और स्थानीय लोग राजी हो गए और औपचारिकता के लिए शवों को पुलिस को सौंप दिया. इससे पहले पीड़ित परिवार के सदस्य और ग्रामीण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने के बाद ही पुलिस को शव परीक्षण के लिए ले जाने की अनुमति देने की अपनी मांग पर अड़े हुए थे. उन्होंने पीड़ित परिवार के कम से कम दो सदस्यों को पांच करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है.
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