अपना दल के संस्थापक डॉक्टर सोनेलाल पटेल (Sonelal Patel) के निधन के करीब 13 वर्ष बाद अपना दल कमेरावादी ने उनकी मौत की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से कराने और पार्टी अध्यक्ष कृष्णा पटेल (Krishna Patel) को सुरक्षा देने की मांग उठाई है. अपना दल कमेरावादी (Apna Dal Kameravadi) इन मांगों को लेकर 23 अगस्त को उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देगा. अपना दल कमेरावादी की ओर से जारी किए गए बयान के अनुसार रविवार को पार्टी के प्रांतीय पदाधिकारियों, मंडल व जिला अध्यक्षों की यहां दारुलशफा में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया.
पार्टी ने तय किया कि 22 सितंबर को वाराणसी में अपना दल कमेरावादी का राष्ट्रीय अधिवेशन किया जाएगा. पार्टी नगर निकाय चुनाव में पूरे दमखम के साथ अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारेगी. नए सिरे से संगठन निर्माण के लिए पार्टी सदस्यता अभियान भी शुरू करेगी. फिलहाल अपना दल कमेरावादी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन है.
बयान के अनुसार आगामी 23 अगस्त को अपना दल के संस्थापक डॉक्टर सोनेलाल पटेल की हत्या की सीबीआई जांच एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल को सुरक्षा देने की मांग को लेकर प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन होगा और ज्ञापन सौंपा जाएगा.
बैठक को संबोधित करते हुए कृष्णा पटेल ने कहा कि ''हम आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव चुनाव के लिए जनहित में मजबूत विपक्षी एकता चाहते हैं. इसके लिए तमाम छोटे-बड़े दलों को एक साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है. हम मोर्चा बनाकर अप्रत्याशित रूप से सफलता हासिल करेंगे.''
उल्लेखनीय है कि अपना दल की स्थापना नवंबर 1995 में डॉक्टर सोनेलाल पटेल ने की थी और वर्ष 2009 में एक हादसे में उनका निधन हो गया. अपना दल कमेरावादी का आरोप है कि डॉक्टर पटेल की साजिश के तहत हत्या की गई थी.
डॉक्टर पटेल की हत्या के बाद उनकी पार्टी की कमान उनकी पत्नी कृष्णा पटेल ने संभाली और 2014 में भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन से लोकसभा चुनाव लड़ा. बाद में कृष्णा पटेल की बेटी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल से विवाद होने के बाद अपना दल दो हिस्सों में बंट गया. अपना दल (सोनेलाल) का नेतृत्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल करती हैं, जिनके दल को उत्तर प्रदेश में राज्य स्तरीय दल की हाल ही में निर्वाचन आयोग ने मान्यता दी है.