PM मोदी की बैठक में CM योगी के प्रोजेक्ट अलंकार की खूब हुई सराहना, अन्य राज्य भी करेंगे लागू

प्रोजेक्ट अलंकार के कारण स्कूल आने वाले बच्चों की संख्या बढ़ने लगी है. साल 2022-23 से 2024-25 के बीच माध्यमिक स्कूलों में नामांकन 23 प्रतिशत बढ़ा है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
लखनऊ:

पीएम नरेंद्र मोदी के सामने आज सीएम योगी की परीक्षा थी. एनडीए शासित राज्यों के सीएम ने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया.  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में एनडीए मुख्यमंत्रियों की बैठक में 'प्रोजेक्ट अलंकार' के बारे में विस्तार से बताया. बैठक में मौजूद एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस परियोजना की सराहना की. कई राज्यों ने इसे अपने यहां लागू करने की इच्छा भी जताई है. 

प्रोजेक्ट अलंकार परियोजना उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों के कायाकल्प के लिए शुरू की गई है। एनडीए के मुख्यमंत्रियों की बैठक में राज्य सरकारों अच्छे काम काज और प्रोजेक्ट पर चर्चा होती है. इसी सिलसिले में यूपी के प्रोजेक्ट अलंकार पर भी चर्चा हुई. 

क्या है प्रोजेक्ट अलंकार 

बात अब से चार साल पहले की है. प्रोजेक्ट अलंकार की शुरुआत 1 अक्टूबर, 2021 को हुई थी। इसका मकसद उत्तर प्रदेश के सरकारी माध्यमिक स्कूलों को बेहतर बनाने का है. इस योजना में 2,441 सरकारी  माध्यमिक स्कूलों के लिए 35 पैरामीटर्स तय किए गए हैं. इस प्रोजेक्ट में स्कूलों में नई कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास, साफ पानी और शौचालय जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं. इसके पीछे का तर्क यही है कि छात्रों को पढ़ने के लिए अच्छा और स्वच्छ माहौल मिले. इस योजना के लिए पैसा राज्य सरकार, समग्र शिक्षा, ग्राम पंचायत और शहर के निकाय से आता है. इसके साथ ही कंपनियों के CSR फंड और लोगों की मदद से भी बजट का इंतज़ाम होता है. इसकी देखरेख जिला स्तर पर जिलाधिकारी और राज्य स्तर पर शिक्षा निदेशक की अगुआई वाली समितियां करती हैं.

प्रोजेक्ट अलंकार के फायदे

प्रोजेक्ट अलंकार के कारण स्कूल आने वाले बच्चों की संख्या बढ़ने लगी है. साल 2022-23 से 2024-25 के बीच माध्यमिक स्कूलों में नामांकन 23 प्रतिशत बढ़ा है. प्राथमिक स्कूलों (कक्षा 1-5) में 2010 से 2024 तक उपस्थिति 11.5 प्रतिशत बढ़ी है. वहीं उच्च प्राथमिक स्कूलों में 2018 से 2024 तक उपस्थिति 9.6 प्रतिशत बढ़ी, जो देश में सबसे ज्यादा है. पुस्तकालय का इस्तेमाल 55.2 प्रतिशत और लड़कियों के शौचालय की सुविधा 54.4 प्रतिशत बढ़ी है. प्रोजेक्ट अलंकार में मुख्यमंत्री मॉडल स्कूल (प्री-प्राइमरी से कक्षा 12) और मुख्यमंत्री अभ्युदय स्कूल (प्री-प्राइमरी से कक्षा 8) भी बनाए जा रहे हैं. इन स्कूलों में स्टेम लैब, कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास, खेल का मैदान, मिनी स्टेडियम और सोलर पैनल लगाए गए हैं. इस योजना के तहत प्रदेश के 7 जिलों के 11 संस्कृत स्कूलों  में कक्षा और कक्षों का निर्माण, जीर्णोद्धार, लैब और बाकी सुविधायें विकसित की जा रही हैं. योगी सरकार ने 141 संस्कृत विद्यालयों के कायाकल्प के लिए 14.94 करोड़ रुपये जारी किए हैं. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Hyundai Creta VS Tata Curvv Comparison Review और साथ ही Yamaha FZ-S FI का रिव्यू | NDTV Auto
Topics mentioned in this article