यूपी के मुरादाबाद की सिविल लाइन पुलिस ने हनी ट्रैप के जरिए ब्लैकमेलिंग करने वाले एक गैंग का बड़ा खुलासा किया है. सोशल मीडिया पर महिलाओं के नाम से फर्जी आईडी बनाकर यह गिरोह लोगों को जाल में फंसाता था और फिर वीडियो बनाकर उनसे पैसे वसूलता था। पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपी वसीम उर्फ मुन्ना और मुशर्रफ उर्फ वसीम सोशल मीडिया पर पहले महिलाओं के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाते थे. इंटरनेट से आकर्षक फोटो डाउनलोड कर अलग-अलग लोगों को भेजते थे, फिर चैटिंग कर भरोसा जमाया जाता था. भरोसा बनते ही पीड़ित को होटल या सुनसान जगह बुलाया जाता और गैंग की महिला सदस्य मौके पर ऐसी स्थिति तैयार कर देती जहां छिपकर वीडियो रिकॉर्ड किया जा सके. इसके बाद शुरू होती थी ब्लैकमेलिंग वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लाखों की उगाही की जाती थी.
पुलिस के अनुसार गैंग 10,000 से 60,000 रुपये तक वसूली करता था. कई लोग बदनामी के डर से शिकायत ही नहीं करते थे. गिरोह की महिला सदस्य अभी भी फरार है. मुख्य आरोपी वसीम पर पहले से कई गंभीर मामले दर्ज हैं.
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि संभल की एक महिला ने शिकायत की थी कि उसके पति को हनी ट्रैप में फंसाकर उनकी वीडियो बनाकर 1 लाख 60 हजार रुपये की मांग की जा रही है. शिकायत जनसुनवाई में भी आई थी, जिसके बाद पुलिस की टीम ने जांच की और मामला सही पाया. मुख्य आरोपी वसीम और उसकी पत्नी मुस्कान को गिरफ्तार कर लिया गया है. दो अन्य आरोपी शाहबाज और उसकी पत्नी आलशभा फरार हैं, जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है. वसीम पर दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं और ये लोग पहले भी ऐसे मामलों में पकड़े जा चुके हैं.
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी के साथ हनी ट्रैप या ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग जैसी घटना हो तो तुरंत शिकायत करें. पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि पीड़ित की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी. गैंग से जुड़े बाकी लोगों की तलाश जारी है.














