मौलाना तौकीर रजा ने लिव इन वाले बयान पर किया अनिरुद्धाचार्य का समर्थन, जानें क्या कहा

मौलाना ने कहा कि धर्म परिवर्तन कानून एक तरफा कार्रवाई कर रहा है. मुसलमानों के मामले दबा दिए जाते हैं. गोमूत्र पिलाने और शुद्धिकरण के वीडियो जारी किए जाते हैं, ये दोहरा कानून है. इससे साबित होता है कि कानून नाम की कोई चीज नहीं बची.

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मौलाना तौकीर रजा ने वृंदावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य का समर्थन.
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  • बरेली के मौलाना तौकीर रजा ने वृंदावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लड़कियों पर दिए गए बयान का समर्थन किया है.
  • उन्होंने कहा कि अनिरुद्धाचार्य की बातें देश प्रेम और सभ्यता की रक्षा के लिए की गई हैं.
  • तौकीर रजा ने ईष निंदा मामले में प्रशासन से एक हफ्ते में कार्रवाई न होने पर सड़क पर उतरने की चेतावनी दी.
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बरेली:

बरेली के मौलाना तौकीर रजा ने वृंदावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के लड़कियों पर दिए गए बयान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि वह सही कह रहे हैं. उन्होंने जो भी कहा वह देश प्रेम के लिए और बेशर्मी को रोकने के लिए कहा. हिंदुस्तान की सभ्यता यह नहीं हो सकती कि लड़की-लड़के बिना शादी के साथ रहें. सभ्यता की रक्षा करना आचार्य की जिम्मेदारी है.वहीं रामभद्राचार्य पर उन्होंने कहा कि जब वह देख ही नहीं पा रहे हैं तो जो सपने में दिख रहा है वह बोल रहे हैं. वह इस पर कुछ नहीं कहेंगे. धार्मिक लोगों को इस तरह की गुफ्तगू नहीं करनी चाहिए. कोशिश करनी चाहिए देश का माहौल अच्छा बना रहे.

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ईष निंदा मामले में एक्शन नहीं हुआ तो सड़क पर उतरेंगे

तौकीर रजा शाहजहांपुर में ईष निंदा को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद भड़क उठे. उन्होंने कहा कि अगर एक्शन नहीं लिया गया तो वह सड़क पर उतरेंगे. उन्होंने कहा कि हिंदूवादी संगठन क्या चाहते हैं और इनका असली मकसद क्या है वह ये समझ नहीं पा रहे हैं. मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि हमने हर तकलीफ और बहन बेटियों की बेइज्जती बर्दाश्त की है. लेकिन रसूल की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमें नमक हराम कहा जाता है. इससे बड़ा अपराध क्या हो सकता है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि देश से प्यार करते हैं इसलिए खामोश हैं. वह नहीं चाहते कि देश में अफरा तफरी का माहौल बने या दंगा फसाद हो.

उन्होंने कहा कि हमारे नबी की शान में गुस्ताखी की जाती है तब जाकर वह विरोध करने के लिए मजबूर होते हैं. अगर इन तमाम चीजों पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे लोग सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे. उन्होंने जिला प्रशासन को एक हफ्ते का समय देते हुए कहा कि एक हफ्ते के भीतर गिरीश प्रसाद सिंह पर और न लोगों पर एक्शन लिया जाए, जिन्होंने किसी भी धर्म और धर्म गुरुओं पर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की . इस पर पाबंदी लगने के साथ ही कानून भी बने. अगर एक हफ्ते के अंदर प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया तो वह सड़कों पर उतरेंगे.

धर्म परिवर्तन कानून में हो रही एक तरफा कार्रवाई

मौलाना ने कहा कि धर्म परिवर्तन कानून एक तरफा कार्रवाई कर रहा है. मुसलमानों के मामले दबा दिए जाते हैं. गोमूत्र पिलाने और शुद्धिकरण के वीडियो जारी किए जाते हैं, ये दोहरा कानून है. इससे साबित होता है कि कानून नाम की कोई चीज नहीं बची.  श्रीलंका और बांग्लादेश के मुद्दे लोगों ने उनसे बार-बार कहा कि उनको सड़कों पर आना चाहिए. लेकिन उन्होंने यही कहा कि यह हमारा मुल्क है. श्रीलंका के नागरिक में अपने देश को जलाने का काम किया हम नहीं कर सकते हम अपने देश से प्यार करते हैं. हम ऐसा होने नहीं देंगे क्योंकि यह देश प्रेम के खिलाफ है.

अपने देश में आग लगाना अपने देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना गलत है. नेपाल की घटना के बाद भी उनके पास बहुत फोन आए कि सड़कों पर भीड़ जमा हो लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. हमारी इस खामोशी को हमारी बुजदिली समझा जा रहा है. यह बहुत घातक है. अगर मुसलमान हमारे कंट्रोल से बाहर हो गए तो देश की हालत कुछ भी हो सकती है. एक बार हिंदू-मुसलमान से ऊपर उठकर गौर करना चाहिए.

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