एक अधिकारी ने गांव में बनवाई लाइब्रेरी, पढ़कर हो गए 37 युवा यूपी पुलिस में भर्ती 

यूपी पुलिस में चयनित हुई दीपा ने बताया कि बागपत के पूर्व एसपी नीरज जादौन ने लाइब्रेरी का उद्घाटन किया था ओर गांव के प्रदीप भाई संचालित करते हैं. पढ़िए विपिन सोलंकी की रिपोर्ट...

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

यूपी पुलिस भर्ती में बागपत के एक अकेले गांव से 37 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. ये चयन इसलिए ख़ास है क्योंकि ये सभी अपने गांव की लाइब्रेरी में बैठकर तैयारी करते थे और उस लाइब्रेरी को बनवाने का काम किया था एक आईपीएस अधिकारी ने. आईपीएस नीरज कुमार जादौन ने गांव के बच्चों को पुलिस भर्ती के लिए प्रेरित किया था और नीरज जादौन के प्रयासों के बाद से ही गांव में बच्चों के पढ़ने के लिए लाइब्रेरी बनाई गई थी, जिसमें बच्चों के पढ़ने के लिए किताबें भी नीरज जादौन ने ही उपलब्ध कराई थी.

बागपत का सरूरपुर गांव

ये लाइब्रेरी बागपत के सरूरपुर गांव में है. आजकल इस गांव की खूब चर्चा है. चर्चा हो भी क्यों ना. इस गांव को अब पुलिस का गांव कहा जाएगा, क्योंकि इस गांव से एक साथ 37 बच्चे पुलिस में चयनित हो गए हैं. वर्तमान में हरदोई ज़िले में तैनात आईपीएस नीरज कुमार जादौन बागपत जिले एसपी रह चुके हैं. 2022 में उन्होंने सरूरपुर कलां के लोगों को जागरूक करते हुए गांव में बच्चों को पढ़ने के लिए लाइब्रेरी संचालित करने के लिए कहा था, जिसके चलते ही गांव के रहने वाले युवक ने लाइब्रेरी बनाई थी ओर लाइब्रेरी का उद्घाटन करने आए एसपी नीरज कुमार जादौन ने गांव के युवाओं को पढ़ने के लिए प्रेरित किया था. बच्चों को बताया था कि वे किस तरह से पढ़ाई कर कड़ी मेहनत से आईपीएस बने थे. इसी तरह से नीरज कुमार जादौन ने गांव में कई बार पहुंचकर बच्चों को मोटिवेट किया, जिसका परिणाम आज सबके सामने है.

गांव के रहने वाले ग्रामीणों ओर चयनित हुए अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके गांव में पहले लाइब्रेरी नहीं थी ओर अगर तैयारी के लिए जाना हो तो गांव से करीब 20 किलोमीटर दूर जाना होता था. एसपी नीरज जादौन के प्रयासों से गांव में लाइब्रेरी खुली तो उन्होंने हमें तैयारी करने के लिए जागरूक किया. यूपी पुलिस भर्ती के लिए हमने कड़ी मेहनत की है. हम सफल हो गए ओर अब यूपी पुलिस में सेवा देंगे.

गरीब पिता के होनहार बच्चे

यूपी पुलिस में चयनित हुई दीपा ने बताया कि बागपत के पूर्व एसपी नीरज जादौन ने लाइब्रेरी का उद्घाटन किया था ओर गांव के प्रदीप भाई संचालित करते हैं. अच्छी सुविधा दी गई है. सरूरपुर गांव के ऑटो ड्राइवर वेदपाल की बेटी दीपा का यूपी पुलिस में चयन हुआ है.वेदपाल ने रात-दिन ऑटो चलाकर अपने बेटी को पढ़ाया, एनडीटीवी ने दीपा और उनके परिजनों से बात की तो बेटी ओर पिता दोनों ही रोने लगे. दीपा ने कहा कि हमारा परिवार बहुत गरीब है. यूपी पुलिस में चयन होने के बाद अपने परिवार को सारी खुशी दूंगी.

Advertisement

इसी गांव के शुभम का भी यूपी पुलिस में चयन हुआ है.शुभम ने निष्पक्ष तरीके और तेजी से भर्ती प्रक्रिया करवाने के लिए मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद किया. शुभम ने बताया कि पहले पेपर लीक हो गया था, लेकिन दूसरी बार में सरकार ने तेजी से निष्पक्ष भर्ती करवाई है. जिससे हम लोगों को नौकरी का मौका मिला. शुभम के पिता अजयवीर गांव में ही मजदूरी करते हैं. शुभम की मां ने बताया कि बड़े संघर्ष के बाद आज बेटे ने नाम रोशन किया है. उन्होंने बताया कि अब हमारे सपने पूरे हुए हैं. 
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Myanmar Earthquake: म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता वाले भूकंप से अब तक 1600 से ज्यादा लोगों की हुई मौत