- बागपत के पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार राय ने अपनी पहचान छिपाकर कोतवाली में घड़ी चोरी की शिकायत की
- होमगार्ड ने शिकायत दर्ज कराने की बजाय फरियादी को शिकायती पत्र लाने को कहा जिससे लापरवाही सामने आई
- एसपी ने बाइक से शहर के मुख्य बाजारों और ट्रैफिक व्यवस्था का निरीक्षण कर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया
जिले की पुलिस व्यवस्था की जमीनी हकीकत जानने के लिए बागपत के पुलिस अधीक्षक (SP) सूरज कुमार राय ने एक ऐसा अनोखा तरीका अपनाया, जिसकी चर्चा अब पूरे शहर में है. उन्होंने अपनी वर्दी और ओहदा छोड़कर, खुद एक आम 'फरियादी' बनकर कोतवाली का रुख किया और अचानक निरीक्षण कर पुलिसकर्मियों के जनता के प्रति रवैये की परख की.
घड़ी चोरी की शिकायत लेकर पहुंचे SP, होमगार्ड ने दिया ये जवाब
एसपी सूरज कुमार राय अपनी पहचान छिपाकर अचानक बागपत कोतवाली के गेट पर पहुंचे. उन्होंने वहां तैनात होमगार्ड से अपनी घड़ी चोरी होने की शिकायत दर्ज कराने की बात कही. यह एक तरह का 'सीक्रेट ऑपरेशन' था जिसका मकसद पुलिसकर्मियों का जनता से व्यवहार देखना था.
एसपी ने जब होमगार्ड से शिकायत दर्ज करने को कहा, तो होमगार्ड ने बिना किसी संवेदनशीलता के जवाब दिया, "शिकायती पत्र लिखकर लाओ, कार्रवाई की जाएगी." एसपी के अनुसार, इस घटना ने साफ़ कर दिया कि जनता की समस्याओं के प्रति पुलिसकर्मी कितने लापरवाह हैं. उनका मकसद जनता की सुनवाई और पुलिस की जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लाना था.
बाइक पर सवार होकर किया शहर का निरीक्षण
कोतवाली में पुलिसकर्मियों के व्यवहार की असलियत जानने के बाद, एसपी सूरज कुमार राय यहीं नहीं रुके. वह तुरंत अपनी बाइक पर सवार हुए और शहर के मुख्य बाजारों का निरीक्षण करने निकल पड़े. इस दौरान उन्होंने दुकानों, ट्रैफिक व्यवस्था और सुरक्षा के हालातों का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान जहां भी उन्हें कमियां मिलीं या किसी तरह की अव्यवस्था दिखी, उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने साफ़ कहा कि जनता की समस्याओं पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
एसपी का संदेश: लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं
बागपत एसपी सूरज कुमार राय का यह 'फरियादी' बनकर किया गया औचक निरीक्षण न सिर्फ पुलिसकर्मियों की असलियत सामने लाया, बल्कि यह कड़ा संदेश भी दे गया कि अब जनता की शिकायतों पर कोई लापरवाही नहीं चलेगी. एसपी ने स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस को अपने व्यवहार में बदलाव लाना होगा और जनता के प्रति संवेदनशील व जवाबदेह बनना होगा.