- ATS ने अवैध धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग और संपत्ति खरीद में छांगुर और अन्य पर आरोप पत्र दाखिल किया है.
- छांगुर के सहयोगी नवीन रोहरा और उनकी पत्नी नीतू रोहरा की संपत्तियां धनशोधन रोधी कानून के तहत कुर्क की गई हैं.
- छांगुर बाबा न्यायिक हिरासत में हैं, उस पर दलितों और कमजोर वर्ग को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने का आरोप है.
अवैध धर्मांतरण के आरोपी छांगुर के खिलाफ ATS ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. एटीएस ने राजधानी स्थित NIA की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है. आरोप पत्र में ATS ने छांगुर के साथ नीतू उर्फ नसरीन, रशीद, सबरोज, शहाबुद्दीन और CJM कोर्ट के पेशकार राजेश उपाध्याय को अवैध धर्मांतरण, आपराधिक साजिश रचने, एससी एसटी एक्ट, विदेशी फंडिंग जुटाने, अवैध तरीके से संपत्तियों की खरीद-फरोख्त करने का दोषी ठहराया है. हालांकि कोर्ट ने अभी संज्ञान नहीं लिया है.
CJM कोर्ट के पेशकार राजेश उपाध्याय बलरामपुर कोर्ट में तैनात है. मिली जानकारी के अनुसार मामले का खुलासा होने के बाद एटीएस ने अपनी गहन जांच के बाद यह चार्जशीट फाइल की है. इससे पहले छांगुर बाबा की कई संपत्तियों को सीज किया जा चुका है. वहीं इस पूरे नेटवर्क में शामिल कुछ अन्य लोगों की तलाश भी अभी जारी है.
ATS के आरोप पत्र दाखिल करने के बाद जल्द कोर्ट संज्ञान लेकर इस आरोप पत्र का अध्ययन करेगा और सुनवाई इसके आधार पर आगे बढ़ेगी. इस मामले में जांच एजेंसी ने छांगुर के बेटे महबूब व करीबी नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है.
25 अगस्त को ED ने छांगुर के करीबी की 13 करोड़ की संपत्ति की सीज
इससे पहले 25 अगस्त को ED ने छांगुर बाबा के सहयोगी की पत्नी नीतू रोहरा की 13 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां धनशोधन रोधी कानून के तहत कुर्क की थी. कुर्क की गई कुल 13 अचल संपत्तियां बलरामपुर जिले के उतरौला में स्थित हैं. नीतू रोहरा, छांगुर बाबा के करीबी सहयोगी नवीन रोहरा की पत्नी है. छांगुर बाबा और नवीन दोनों इस समय न्यायिक हिरासत में हैं.
ईडी के मुताबिक, यह प्रकरण लखनऊ के गोमती नगर थाने में उत्तर प्रदेश आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी से जुड़ा है. इसमें भारतीय दंड संहिता की धाराओं और 2021 के उत्तर प्रदेश अवैध धर्मांतरण निषेध अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं.
दुंबई की कंपनी के जरिए 21.08 करोड़ रुपए भारत लाने का आरोप
ईडी ने दावा किया कि छांगुर बाबा और नवीन रोहरा ने ‘‘सुनियोजित षड्यंत्र'' के तहत दुबई स्थित यूनाइटेड मरीन एफजेडई कंपनी के जरिये अज्ञात व संदिग्ध स्रोतों से 21.08 करोड़ रुपये भारत लेकर आए. इसने कहा कि इन पैसों से नीतू रोहरा के नाम पर अचल संपत्तियां खरीदी गईं.
जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि छांगुर बाबा ने बलरामपुर स्थित चंद औलिया दरगाह से नेटवर्क खड़ा किया और बड़े पैमाने पर ऐसे समारोह आयोजित किए, जिनमें भारतीयों के साथ विदेशी भी शामिल होते थे. वह कथित तौर पर दलितों और आर्थिक रूप से कमजोर हिंदुओं को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित और मजबूर करता था.