- अतीक अहमद और अशरफ की हत्या 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज के अस्पताल में पुलिस की मौजूदगी में हुई थी
- हत्या के आरोपियों के पास से प्रेस कार्ड और कैमरा मिला था, जो पत्रकार बनकर घटना स्थल पर पहुंचे थे
- पुलिस ने आरोपियों को हथियार के साथ तुरंत गिरफ्तार किया था
उत्तर प्रदेश के माफिया कहे जाने वाले अतीक अहम और अशरफ हत्याकांड को लेकर सूबे के पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार ने NDTV से खास बातचीत में कई बड़े खुलासे किए. आपको बता दें कि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज में उस समय की गई थी जब उन्हें पुलिस की टीम मेडिकल जांच करने एक अस्पताल में लेकर गई थी. अतीक और अशरफ की हत्या में शामिल आरोपी पत्रकार के रूप में वहां पहुंचे थे. हत्यारों के पास प्रेस कार्ड और एक कैमरा भी था.
NDTV से खास बातचीत में पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि जो हत्यारे थे वो प्रेस की आईडी के साथ आए थे उनके पास कैमरा भी था. जब अतीक और अशरफ को हमने पहले ही प्रेस से बात करने से रोका गया था लेकिन उन्होंने पुलिस की बात नहीं मानी. जिस समय से घटना हुई उस दौरान वहां पुलिस थी लेकिन ये घटना कुछ सेकंड्स में हुई. जब अतीक और अशरफ को गोली मारी गई तो हमारी पुलिस ने तुरंत ऐसा कनरे वाले को पिन डाउन किया और दोनों आरोपियों को हथियार के साथ गिरफ्तार भी किया गया.
जब प्रशांत कुमार से पूछा गया कि आखिर यूपी पुलिस तो ऐसे बदमाशों का एनकाउंटर करने के लिए जानी जाती है, तो फिर अतीक पर हमला करने वालों को उस समय क्यों नहीं मारा गया तो उन्होंने कहा कि देखिए अगर हम उन आरोपियों को उसी समय मार देते तो फिर ये कहानी बनाई जाती कि ये पूरा हत्याकांड ही स्क्रीप्टेड था. जब चीजों को हमेशा आप गलत नजरिए से देखें तो चीजें गलत ही नजर आएंगी.
अतीक अहमद की पत्नी ने पहले ही हत्या की साजिश की बात एक चिट्ठी में कही थी, इस सवाल के जवाब में प्रशांत कुमार ने कहा कि ये वही अपराधी है जो 40 साल से इस सिस्टम को धोखा दे रहे हैं. मैं मानता हूं कि ये एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. ये कोई गर्व की बात नहीं है. ये अपने आपमें एक सीख है जो किसी भी पुलिस अधिकारी के सर्विस में ऐसी घटना कभी कभी ही होती है. लेकिन मैं ये साफ कर दूं कि सिस्टम के अंदर से कोई सूचना लीक नहीं हुई है. कई सारी चीजें पहले से ही स्क्रीप्टेड होती हैं. लेकिन पुलिस ने तत्काल उसमें कार्रवाई की.
अतीक और अशरफ की हत्या के पीछे मास्टमाइंड कौन था? क्या ये पता चला तो प्रशांत कुमार ने कहा कि हमने उस समय भी बताया था. साथ ही हमने और एसटीएफ ने इस हत्याकांड के हर पहलू की जांच की. साथ ही इस पूरे मामले की न्यायिक जांच भी हुई.