उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में पकड़े गए कैम्पस फ्रण्ट ऑफ इण्डिया (CFI) के सदस्यों में से एक को कोविड-19 संक्रमण होने के बाद अब स्थानीय जिला कारागार में निरुद्ध सीएफआई के राष्ट्रीय सचिव केए रऊफ शरीफ में भी कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है.
उप महानिरीक्षक (जेल) शैलेंद्र कुमार मैत्रेय ने बताया कि कैम्पस फ्रण्ट ऑफ इण्डिया के राष्ट्रीय महासचिव बताए जा रहे केए रऊफ शरीफ को भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद जेल कारागार के पृथक वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. चिकित्सकों के परामर्श के बाद ठीक होने पर पुनः पुराने वार्ड में भेज दिया जाएगा.
रऊफ भड़काऊ सामग्री के माध्यम से दंगा फसाद करने का प्रयास करने, गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त होने एवं देशद्रोह का प्रयास करने के आरोपी जिला कारागार में निरुद्ध पांच बंदियों में से एक है.
उन्होंने बताया, इससे पूर्व पत्रकार बताए जा रहे उसके एक अन्य साथी कप्पन सिद्दीकी को भी सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के पश्चात 29 अप्रैल को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेजा गया था तथा ठीक होने के पश्चात उसे सात मई को वहां से वापस आने पर जेल में उसके वार्ड में दाखिल करा दिया गया है.
गौरतलब है कि जब तक कप्पन सिद्दीकी के परिजनों की याचिका पर अदालत का उक्त आदेश जेल प्रशासन को शासन के माध्यम से मिला था, तब तक वह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुका था, परंतु मधुमेह के चलते अन्य गंभीर लक्षणों के चलते उसे दिल्ली भेज दिया गया था जहां से ठीक होने के बाद वह पुनः जिला जेल में आ चुका है.
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