- यूपी की राजनीति में प्रतिद्वंद्विता के बीच अमित शाह ने सपा सांसद राजीव राय को जन्मदिन की बधाई दी.
- अमित शाह ने राजीव राय को फोन कर व्यक्तिगत बातचीत में उनकी उम्र पूछी और जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं.
- राजीव राय ने इस कॉल को सामान्य राजनीतिक शिष्टाचार बताया और कहा कि कई दलों से बधाई मिली है.
UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी (SP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच सीधे टक्कर होती है. दोनों दल एक-दूसरे को घोर प्रतिद्वंदी मानते हैं. इस बीच BJP के सबसे बड़े नेताओं में से एक नेता ने समाजवादी पार्टी से पहली बार सांसद बने नेता को कॉल करके जन्मदिन की बधाई दी तो राजनैतिक गलियारों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं. लेकिन चर्चाओं का यह दौर और आगे बढ़ता, उससे पहले सपा सांसद राजीव राय ने खुद पूरे मामले पर एक सोशल मीडिया पोस्ट लिखकर पूरी कहानी बता दी.
दरअसल हुआ यूं कि गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के घोसी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी सांसद राजीव राय को कॉल किया. इस छोटी सी बातचीत में गृह मंत्री ने राजीव राय को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. बेहद आत्मीयता से हुई इस बातचीत में अमित शाह में राजीव राय की उम्र भी पूछी.
कार्यकर्ताओं के सामने स्पीकर पर हुई बातचीत
जब गृह मंत्री ने राजीव राय को कॉल किया तो उनके समर्थकों ने इस बातचीत का वीडियो बना लिया. राजीव राय ने भी समर्थकों के सामने फ़ोन स्पीकर पर रखकर बात की. जब गृह मंत्री ने राजीव राय से उम्र पूछी तो राजीव राय ने भी मुस्कुराकर कहा कि ऑफिशियल 56 साल का, वैसे 53 साल का हो गया हूं.
गृह मंत्री अमित शाह और सपा सांसद राजीव राय की इस बातचीत से राजनैतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई. इस बीच जब मीडिया ने राजीव राय की प्रतिक्रिया ली तो उन्होंने इस फ़ोन को सामान्य राजनैतिक शिष्टाचार क़रार देते हुए कहा कि उन्हें हर दल में बधाई दी है.
अमित शाह के फोन पर सपा सांसद ने दी सफाई
अमित शाह के फोन पर सपा सांसद राजीव राय ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है.उन्होंने लिखा कि यह सामान्य शिष्टाचार था. हाथ चोटिल होने के कारण फोन स्पीकर पर था. किसी नौजवान ने उत्साह में वीडियो बनाकर ग्रुप में डाल दिया. जो वायरल हो गया.
राजीव राय बोले- अमित शाह ने पिछले साल भी दी थी बधाई
राजीव राय ने कहा कि सबसे पहले उनके दल के नेताओं में उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. इसके बाद गृह मंत्री और अन्य कई दलों के नेताओं ने भी बधाइयां दीं है. उन्होंने दावा किया कि गृह मंत्री ने पिछले साल भी उन्हें बधाई दी थी. इस बीच राजीव राय ने शुभकामनाओं के लिए सबका आभार प्रकट किया.
यूपी की राजनीति के लिहाज़ से ये बातचीत बेहद अहम है. राजीव राय ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सहयोगी दल सुभासपा के प्रत्याशी अरविंद राजभर को बड़े मतों से हराया था. लोकसभा में भी वो बेहद प्रखर रहते हैं. भूमिहार समाज के राजीव राय की पूर्वांचल में पकड़ मज़बूत हो रही है.
ओपी राजभर के बेटे को मात देकर बने सांसद
समाजवादी पार्टी से रिश्ते तोड़कर बीजेपी के साथ हाथ मिलाने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एक सीट दी थी. उसमें भी सुभासपा प्रत्याशी को बीजेपी के सिंबल पर लड़ना था. सुभासपा ने ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर को मैदान में उतारा नहीं राजीव राय में उन्हें मात देकर मऊ ज़िले में अपना दबदबा दिखा दिया.
राजीव राय को आए अमित शाह के फोन का संदेश समझिए
माना जा रहा है कि इस फोन कॉल और उसके वायरल वीडियो के पीछे राजीव राय कोई बड़ा राजनीतिक संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं. दो तरह की चर्चाएं इस कॉल ने शुरू कर दी हैं. पहली क्या राजीव राय सपा के लिए कमजोर कड़ी साबित होंगे?
दूसरी संभावना यूपी के मंत्री और सुभासपा ओम प्रकाश राजभर के लिए अमित शाह का संदेश है. मऊ में अपने दबदबे का दावा करने वाले ओम प्रकाश राजभर निश्चित तौर पर इस फ़ोन कॉल से चिंतित ज़रूर होंगे. अब देखना होगा क्या ये फ़ोन कॉल महज़ राजनैतिक शिष्टाचार के लिए था या इसके कोई राजनैतिक मायने निकलने वाले हैं.