- सपा संस्थापक मुलायम सिंह के परिवार में आर्यन यादव और सेरिंग के बीच भव्य विवाह समारोह सैफई में संपन्न हुआ
- विवाह समारोह में यादव परिवार के सभी प्रमुख सदस्य और विपक्ष तथा सत्ता पक्ष के कई दिग्गज नेता शामिल हुए
- शादी में पांच हजार से अधिक लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई, जिसमें लद्दाख का खास व्यंजन भी शामिल था
समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के परिवार में मंगलवार को एक भव्य विवाह समारोह संपन्न हुआ. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई आर्यन यादव ने लद्दाख निवासी सुप्रीम कोर्ट की वकील सेरिंग के साथ सात फेरे लिए. इस मौके पर यादव कुनबा एक साथ नजर आया, जिसकी अगुवाई भाभी डिंपल यादव ने देवर आर्यन की बारात के साथ की. यह विवाह समारोह सैफई के निर्माणाधीन इंटर कॉलेज कैंपस में 600 फीट लंबे भव्य स्टेज पर संपन्न हुआ, जहां जयमाला की रस्म के दौरान हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी.
ताऊ राम गोपाल ने सिखाई आशीर्वाद लेने की रस्म
जयमाला के बाद जब आर्यन और सेरिंग ने मंच से हाथ जोड़कर परिवारजन और अतिथियों का आशीर्वाद लिया, तभी बगल में खड़े ताऊ राम गोपाल यादव ने एक मजेदार किस्सा जोड़ा. उन्होंने दूल्हे आर्यन के और करीब आकर कहा, "सिर्फ हाथ जोड़ने से काम नहीं चलेगा. पैर छूकर आशीर्वाद लो."
ताऊ के इस निर्देश को सुनते ही नवविवाहित जोड़ा मुस्कुरा उठा. इसके तुरंत बाद, आर्यन और सेरिंग ने ताऊ राम गोपाल, चाचा शिवपाल, अखिलेश यादव समेत मंच पर मौजूद सभी परिवारजन के पैर छूकर विधिवत आशीर्वाद लिया.
एक मंच पर जुटे दिग्गज
यह शादी राजनीतिक मायनों में भी काफी महत्वपूर्ण रही, क्योंकि इसमें विपक्षी नेताओं के साथ-साथ सत्ता पक्ष के कई बड़े चेहरे भी शामिल हुए. बारात में अखिलेश यादव, डिंपल यादव, राम गोपाल यादव, शिवपाल यादव, आजमगढ़ सांसद धर्मेंद्र यादव, बदायूं सांसद आदित्य यादव, करहल विधायक तेज प्रताप यादव समेत पूरा यादव परिवार एकजुट दिखा.
शादी में योगी सरकार के मंत्री दिनेश सिंह भी पहुंचे, जिनका अखिलेश यादव ने गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके अलावा, बीजेपी के केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल भी नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देने पहुंचे थे. सपा के सभी सांसद, विधायक, और कार्यकर्ता इस समारोह में शामिल हुए, जिनमें अफजाल अंसारी और मोहिबुल्लाह नदवी जैसे प्रमुख नेता भी शामिल थे.
50 हजार लोगों का खाना और 'लद्दाख का स्वाद'
शाही शादी के लिए खाने-पीने का भी भव्य इंतजाम किया गया था. समारोह में 50 हजार लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी. इटावा के शुद्ध मठई के आलू, पनीर छोले, इमरती, काला जाम समेत करीब 10 पारंपरिक व्यंजन परोसे गए. इन व्यंजनों को दिल्ली, फिरोजाबाद और लखनऊ से आए कारीगरों ने मिलकर बनाया था. 1500 वीआईपी लोगों के लिए स्पेशल डिश का इंतजाम था, वहीं दुल्हन के ससुराल लद्दाख से आए लोगों के लिए होटल से खास खाना मंगाया गया था.
कौन हैं आर्यन और सेरिंग?
यह शादी सिर्फ राजनीतिक मिलन नहीं, बल्कि देश के दो अलग-अलग हिस्सों और उच्च शिक्षा प्राप्त दो युवाओं का मिलन है. दूल्हा आर्यन यादव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के तीसरे नंबर के भाई स्वर्गीय राजपाल यादव के बेटे हैं. आर्यन के बड़े भाई अभिषेक यादव उर्फ अंशुल इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.
आर्यन की प्रारंभिक शिक्षा इटावा में हुई. इसके बाद उन्होंने डीपीएस नोएडा, दिल्ली यूनिवर्सिटी (बीकॉम ऑनर्स), इंग्लैंड की कार्डिफ यूनिवर्सिटी (बीएससी-बिजनेस) और फिर ऑस्ट्रेलिया की सिडनी यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ कॉमर्स की डिग्री हासिल की. खास बात यह है कि अखिलेश यादव ने भी इसी यूनिवर्सिटी से हायर एजुकेशन प्राप्त की थी.
दुल्हन सेरिंग लद्दाख की रहने वाली हैं और पेशे से सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ दिल्ली हाईकोर्ट में भी प्रैक्टिस करने वाली वकील हैं. सेरिंग के पिता रिंगजन अंगचुक लद्दाख के जाने-माने ठेकेदार हैं. दोनों की रिंग सेरेमनी 15 दिसंबर 2024 को दिल्ली में हुई थी. आर्यन के पिता राजपाल यादव के निधन के कारण शादी की तारीख को मार्च 2025 से आगे बढ़ा दिया गया था. शादी से पहले हल्दी सेरेमनी और भात की रस्में पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार धूमधाम से पूरी की गईं, जिसमें अखिलेश और डिंपल ने बड़े भाई और भाभी की भूमिका निभाई.














