बीजेपी का अखिलेश यादव पर निशाना (फाइल फोटो)
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के मोहम्मद अली जिन्ना से संबंधी बयान पर राजनीति गरमा गई है. बीजेपी नेताओं की ओर से सपा सुप्रीमो की इस टिप्पणी का कड़ा विरोध जताया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत को अखंडता के सूत्र में बांधने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल से देश को तोड़ने वाले व्यक्ति (जिन्ना) की तुलना करना देश व राष्ट्रीयता का अपमान है.
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, ''सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने देश तोड़ने वाले जिन्ना से राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना की. यह बेहद शर्मनाक कृत्य है. प्रदेश की जनता कभी इसे स्वीकार नहीं करेगी. '' उन्होंने कहा, ''समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए.''
- मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद की एक सभा में कहा, ''सरदार पटेल भारत की एकता अखंडता के आधार हैं, उसके शिल्पी हैं. स्वतंत्र भारत को अखंड रखने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है, लेकिन सपा मुखिया की विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर उजागर हो गई क्योंकि उन्होंने देश तोड़ने वाले जिन्ना से सरदार पटेल की तुलना की. जिन्ना को सरदार पटेल के सामने रखकर महिमामंडित करने का प्रयास किया.'' योगी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि देश के लोग और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के लोग इस विभाजनकारी मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेंगे.''
- मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘तालिबानी मानसिकता समाज को तोड़ने में विश्वास करती है, कभी-कभी यह जाति के नाम पर और अन्य आधार पर होती है लेकिन जब वे सफल नहीं हो रहे हैं तो ''महापुरुष'' की ओर उंगलियां उठा रहे हैं और पूरे समाज का अपमान कर रहे हैंय'' उन्होंने कहा, "इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है और सभी को इसकी निंदा करनी चाहिए. अखिलेश को अपने बयान पर पछतावा होना चाहिए. सरदार पटेल का अपमान स्वीकार नहीं किया जाएगा.''
- उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, ''अगर अखिलेश यादव को अखिलेश अली जिन्ना कहा जाए तो कोई अंतर नहीं होगा. मोहम्मद अली जिन्ना का नाम लेकर उन्होंने देश में करोड़ों की संख्या में लोगों ने जो बलिदान दिया है, उस बलिदान का अनादर किया है. साथ ही तुष्टिकरण की घटिया राजनीति के कारण लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का भी अपमान किया है.''
- मौर्य ने कहा कि एक ही विश्वविद्यालय में पढ़ने के बावजूद एक ने देश का विभाजन करवाया और एक ने देश को जोड़ने का कार्य किया. अखिलेश यादव को तत्काल देश और प्रदेशवासियों से माफी मांगनी चाहिए.
- यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सपा अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘‘अखिलेश यादव देशद्रोहियों और देश तोड़ने वालों के साथ खड़े हैं. भारत को अखंडता के सूत्र में बांधने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल से देश को तोड़ने वाले जिन्ना की तुलना करना देश व राष्ट्रीयता का अपमान है. इससे प्रदर्शित होता है कि सपा और उसके अध्यक्ष देशद्रोहियों के साथ खड़े हैं.''
- उल्लेखनीय है कि अखिलेश ने रविवार को हरदोई में एक जनसभा में जिन्ना द्वारा भारत की आजादी में दिये गये योगदान की सराहना की थी. सपा अध्यक्ष ने कहा था, ‘‘सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर (वकील) बने तथा उन्होंने (देश को) आजादी दिलाई. वे देश की आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करने से पीछे नहीं हटे.''
- प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सपा हमेशा से ही आतंकियों और देशद्रोहियों की सरपरस्त रही है. सपा प्रमुख (अखिलेश यादव) ने राज्य की सत्ता में रहने के दौरान देश को असुरक्षित करने की साजिश रचने वाले आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था.'' सिंह ने कहा कि जिन्ना का समर्थन इस देश की एकता के लिए अपना बलिदान देने वाले हर स्वतंत्रता सेनानी, सैनिक और राष्ट्रभक्त का अपमान है.
- उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘सपा व कुछ विपक्षी दलों को तुष्टिकरण की राजनीति के लिए देश व प्रदेश की सुरक्षा और गौरव के साथ खिलवाड़ करने से भी कोई गुरेज नहीं है.''
- बाद में सिंह ने जिन्ना-प्रेमी-अखिलेश हैश टैग के साथ ट्वीट किया, “जिन्ना के प्रति इतना प्यार देख कर ऐसा लग रहा है कि भारत-पाकिस्तान (क्रिकेट) मैच के बाद एक-दो फुलझड़ी आपने भी जला ली होगी…''
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