बुलंदशहर में कृषि विकास अधिकारी बच्ची और बकरी से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रसूलपुर गांव निवासी गजेंद्र सिंह शिकारपुर ब्लॉक में कृषि विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) के पद पर तैनात हैं. सोमवार की शाम वह अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में गया था, (समीर अली की रिपोर्ट)

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बुलंदशहर:

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में छह साल की दलित बच्ची से बलात्कार और फिर बकरी के साथ हैवानियत करने के आरोप में 57 साल के एक सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. पीड़िता के परिवार ने कहा कि वह आदमी आधिकारिक काम के लिए अक्सर गांव आता था और जब उसने देखा कि लड़की पड़ोसी के बच्चे के साथ आंगन में खेल रही थी और कोई घर में मौजूद नहीं था, तो वह उनके घर में घुस गया.

क्या है पूरा मामला?

बलात्कार के साथ-साथ पाशविकता को पड़ोसी के बच्चे द्वारा रिकॉर्ड किया गया, जो लड़की की ही उम्र का है. अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जघन्य अपराध पर ध्यान दिया है, अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है और राज्य सरकार ने लड़की के परिवार को 8.25 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है.

पुलिस मामले की जांच कर रही है

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रसूलपुर गांव निवासी गजेंद्र सिंह शिकारपुर ब्लॉक में कृषि विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) के पद पर तैनात हैं. सोमवार की शाम वह अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में गया था, जहां उसने घर के आंगन में लड़की और लड़के को खेलते देखा और वहीं एक चारपाई पर जाकर बैठ गया.

पूरा मामला समझिए

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (बुलंदशहर) श्लोक कुमार ने कहा, "सिंह सोमवार शाम करीब 5 बजे लड़की के घर में घुस गया. लड़की का परिवार उसे जानता था. उसने लड़की के साथ बलात्कार किया और फिर पास में बंधी एक बकरी के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाया." एक लड़के ने इस अपराध को अपने फोन पर कैद कर लिया. सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, क्योंकि वह एक सरकारी अधिकारी है, इसलिए उसे निलंबित कर दिया गया है और विभागीय जांच की जा रही है.''

कुमार ने कहा कि पुलिस त्वरित सुनवाई की मांग करेगी और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास करेगी कि सिंह को सजा मिले.

लड़की के पिता ने कहा कि घटना के वक्त वह और उनकी पत्नी खेत में काम कर रहे थे. लड़की और लड़के ने उन्हें बताया कि क्या हुआ था और उन्होंने मंगलवार सुबह पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री कुमार और जिला मजिस्ट्रेट को गांव जाने, पीड़िता के परिवार से मिलने और जांच में सहायता करने का निर्देश दिया. सरकार ने परिवार को तीन अलग-अलग मदों के तहत 8.25 लाख रुपये की सहायता की भी घोषणा की है.
 

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