सुसाइड बॉमर बनने को तैयार थी जोया... जानिए आगरा धर्मांतरण मामले में कैसे ISIS ने बनाया था सिग्नेचर मोड्यूल

जांच की शुरुआत तब हुई, जब आगरा से दो सगी बहनें गायब हो गईं. बड़ी बहन एम.फिल तक पढ़ी है, जबकि छोटी बहन बारहवीं पास है.

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आगरा:

आगरा में दो सगी बहनों के गायब होने के बाद एक बड़े धर्मांतरण नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ था, जिसके तार ISIS के सिग्नेचर मोड्यूल से जुड़े हैं. इस मामले में जोया नाम की एक युवती, जो पहले हिंदू थी, न केवल इस्लाम कबूल करने के बाद मुजाहिदा बनने को तैयार थी, बल्कि आत्मघाती दस्ते (सुसाइड बमर) के लिए भी तैयार थी. यूपी पुलिस ने इस नेटवर्क के कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दिल्ली से अब्दुल रहमान शामिल है.

कैसे हुई जांच की शुरुआत?

जांच की शुरुआत तब हुई, जब आगरा से दो सगी बहनें गायब हो गईं. बड़ी बहन एम.फिल तक पढ़ी है, जबकि छोटी बहन बारहवीं पास है. छोटी बहन की मानसिक स्थिति को देखते हुए पुलिस ने उसे परिवार को सौंपने से इनकार कर दिया है. उसने अपने होशियार के साथ प्रोफाइल फोटो लगाई थी, जिसे यूपी पुलिस ने ISIS का सिग्नेचर मोड्यूल करार दिया है. पूछताछ के लिए उसकी मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं है. पुलिस ने कोलकाता से रिथ वानिक उर्फ इब्राहीम और ओसामा को गिरफ्तार किया, जो जोया से लगातार संपर्क में था. जोया ने इनसे कहा कि वह इस्लाम के लिए कुर्बानी देने को तैयार है.

दिल्ली से अब्दुल रहमान की हुई गिरफ्तारी

इस मामले में दिल्ली से अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी ने नेटवर्क की गहराई को उजागर किया. पहले महेंद्र सिंह जादौन के नाम से जाना जाने वाला रहमान, यूपी के फिरोजाबाद का रहने वाला है. उसने पहले ईसाई धर्म अपनाया, फिर 2006 में कलीम सिद्दीकी के संपर्क में आने के बाद इस्लाम कबूल किया. रहमान को इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. वह धर्मांतरित लोगों के लिए दिल्ली में ठहरने और कागजात तैयार करने का काम करता था. जेल में बंद कलीम सिद्दीकी का वह दाहिना हाथ था.

पुलिस अब सैयद दाऊद अहमद की तलाश में है, जो कनाडा में है. भोपाल का रहने वाला दाऊद इस नेटवर्क के लिए फंड जुटाता था और भारत में इसे बांटता था. गोवा से पकड़ी गई आयशा को भी दाऊद ही पैसे भेजता था. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस इंटरपोल की मदद लेने की तैयारी में है.

हर दिन हो रहे हैं नए खुलासे

इस बीच, आगरा सेंट्रल जेल में बंद मोहम्मद अली उर्फ पीयूष पंवार ने अपने किए पर पछतावा जताया है. वह फिर से हिंदू बनकर अपने परिवार के पास लौटना चाहता है. पीयूष की कहानी 2021 में शुरू हुई, जब वह राजस्थान की शना से मिला और प्यार में पड़कर इस्लाम कबूल कर लिया. लेकिन शना ने उसे धोखा दिया. इसके बाद वह PFI और कलीम सिद्दीकी के संपर्क में आया. उसने पुलिस को बताया कि उसने आयशा के जरिए कई लोगों के धर्मांतरण सर्टिफिकेट बनवाए. अब वह इस धंधे से तौबा कर नई जिंदगी शुरू करना चाहता है.
 

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