10 साल से कम वक्त में दोगुनी होगी आपकी रकम, KVP में करें निवेश

KVP योजना के तहत निवेश की गई राशि पर इस समय सरकार 7.5 प्रतिशत ब्याज अदा कर रही है, जिसे वार्षिक आधार पर कम्पाउंड किया जाता है.

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नई दिल्ली:

सभी नौकरीपेशा लोग आमतौर पर अपने सभी तरह के खर्चों के बीच किसी न किसी तरह कुछ बचत (Small Saving Schemes) करने के बारे में ज़रूर सोचते हैं, और अलग-अलग योजनाओं में अपनी ज़रूरत और सामर्थ्य के हिसाब से बचत करते भी रहते हैं.

हमारे मुल्क में बचत के लिए जीवन बीमा पॉलिसियां (Life Insurance Policies) खरीदना, भविष्य निधि, यानी प्रॉविडेंट फ़ंड (PF) में निवेश करना, पब्लिक प्रॉविडेंट फ़ंड, यानी PPF में निवेश करना, राष्ट्रीय बचत पत्र, यानी NSC खरीदना, बैंक में फ़िक्स्ड डिपॉज़िट, यानी FD करवाना आदि काफ़ी प्रचलित तरीके हैं, लेकिन इनके अलावा भी कुछ ऐसी योजनाएं हैं, जिनमें निवेश करने पर खासी बचत और आय (ब्याज के तौर पर) हो सकती है.

आइए, आज आपको बताते हैं ऐसी एक सरकारी बचत योजना किसान विकास पत्र (KVP) के बारे में, जिसमें निवेश कर आप कुछ ही साल में दोगुनी रकम पा सकते हैं.

KVP पर कब और कितना मिलता है ब्याज...?

KVP योजना के तहत निवेश की गई राशि पर इस समय सरकार 7.5 प्रतिशत ब्याज अदा कर रही है, जिसे वार्षिक आधार पर कम्पाउंड किया जाता है. 1 जनवरी, 2024 के बाद से इस योजना में किए गए निवेश पर यही ब्याज दिया जा रहा है. योजना के तहत आपकी निवेश की हुई रकम मौजूदा ब्याज दर की बदौलत 115 माह में दोगुनी हो जाती है, यानी आज निवेश करने पर नौ साल सात महीने बाद आपके हाथ में दोगुनी रकम आ जाएगी.

किसान विकास पत्र में कितना निवेश करना संभव...?

किसान विकास पत्र में न्यूनतम निवेश या जमा राशि ₹1000 है, लेकिन इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है, तथा ₹100 के गुणांक में किसी भी रकम को निवेश किया जा सकता है. किसान विकास पत्र में एक से ज़्यादा खाते भी खोले जा सकते हैं.

कौन खरीद सकता है किसान विकास पत्र...?

KVP में कोई भी वयस्क शख्स निवेश कर सकता है. किसान विकास पत्र में संयुक्त खाता भी खोला जा सकता है, जिसमें अधिकतम तीन वयस्क शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा किसी अवयस्क बालक या बालिका के लिए उसका अभिभावक भी किसान विकास पत्र में निवेश कर सकता है, तथा 10 वर्ष से अधिक आयु होने पर किसी भी अवयस्क के नाम से ही KVP खरीदा जा सकता है.

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हां, KVP के बारे में याद रखने लायक एक ज़रूरी बात यह है कि PPF और सुकन्या समृद्धि योजना के विपरीत KVP के तहत मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी की रकम टैक्सेबल होती है, यानी आपके निवेश पर कमाई रकम पर आपको इनकम टैक्स देना होगा.

किसान विकास पत्र, या KVP उन छोटी बचत योजनाओं में शामिल है, जिन्हें सरकार खुद संचालित करती है. इन सभी योजनाओं के लिए ब्याज दर की समीक्षा हर तिमाही में की जाती है. भारतीय डाक द्वारा संचालित इन योजनाओं में KVP के अतिरिक्त लोक भविष्य निधि (PPF), मासिक आय योजना (MIS), सुकन्या समृद्धि योजना (SSA) तथा राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) जैसी योजनाएं शामिल हैं.

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