रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement planning) हर किसी के लिए करना बहुत जरूरी है क्योंकि तब ज्यादातर लोगों के पास इनकम यानी कमाई का कोई जरिया नहीं रहता. अगर आप आज के हिसाब से अपने रिटायरमेंट के लिए फंड (Retirement Fund) जुटाने की कोशिश करेंगे तो आपको आगे चलकर मुश्किल हो सकती है. क्योंकि अगर आज आपका मंथली खर्च 50 हजार रुपये है तो रिटायरमेंट के समय भी 50 हजार नहीं रहेगा, महंगाई साल-दर-साल बढ़ रही है.
30 साल बाद कितनी रह जाएगी 1 करोड़ की वैल्यू?
कुछ दशक पहले 1000 रुपये में आप जितना सामान खरीद लेते थे आज नहीं खरीद सकते. इसलिए अगर आप आज आने वाले 30 सालों में अपने रिटायरमेंट तक 1 करोड़ रुपये का कॉर्पस (Retirement Corpus) तैयार करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो पहले जान लीजिए की 30 साल बाद इसकी वैल्यू कितनी रह जाएगी.
30 साल बाद 1 करोड़ रुपये की रियल वैल्यू
अगर औसतन महंगाई दर 6% सालाना है, तो उस 1 करोड़ रुपये की परचेजिंग पावर (Purchasing Power Calculator) आज के हिसाब से सिर्फ 17.4 लाख रुपये के बराबर होगी. या यूं करें कि 30 साल बाद 1 करोड़ रुपये की वैल्यू उतनी ही रह जाएगी जितनी आज सिर्फ ₹17.4 लाख की है, क्योंकि महंगाई के कारण चीजें महंगी हो जाएंगी और पैसों की ताकत घट जाएगी. इसलिए रिटायरमेंट के लिए अच्छा-खासा पैसा जुटाना चाहते हैं, तो सही से प्लानिंग करनी होगी. कहने का मतलब ये है कि अगर आप 30 साल बाद रिटायर होने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपको महंगाई को भी ध्यान में रखना होगा.
यहां हम आपको कुछ स्मार्ट रिटायरमेंट प्लानिंग टिप्स (Smart Retirement Planning Tips) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आपको ध्यान में रखना चाहिए.
1. हर फाइनेंशियल गोल में महंगाई का रखें ध्यान
अगर आज आपको लगता है कि रिटायरमेंट के बाद 1 करोड़ रुपये की रकम आपके लिए काफी होगी, तो अपनी लाइफस्टाइल और खर्चों के आधार पर करीब 3-4 करोड़ रुपये जुटाने का टारगेट रखें. हमेशा अपने कॉर्पस टारगेट को कम से कम 6% सालाना महंगाई दर के हिसाब से एडजस्ट करें.
2. सिर्फ बचत नहीं, निवेश भी करें
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit -FD) या रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit) में सेविंग करने से महंगाई को मात देना मुमकिन नहीं है. आप इक्विटी म्यूचुअल फंड, NPS या ETF में निवेश (Investments) कर सकते हैं, जो लंबे समय में 8-12% रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं.
3. रियल रिटर्न पर दें ध्यान
अगर आपका निवेश सालाना 10% बढ़ता है लेकिन महंगाई 6% है, तो आपका वास्तविक रिटर्न सिर्फ 4% हुआ. इसे ध्यान में रखना जरूरी है.
4. समय-समय पर फाइनेंशियल गोल को करें रिव्यू
समय के साथ इनकम में बदलाव, बढ़ती पारिवारिक जरूरतें, हेल्थ और इन्फ्लेशन के हिसाब से अपने फाइनेंशियल गोल को समय-समय पर रिव्यू करते रहें करें और जरूरत के हिसाब से उसमें बदलाव भी करें.
आज आपको 1 करोड़ रुपए की रकम काफी बड़ी लग सकती है, लेकिन 30 साल बाद ये शायद आपके लाइफ स्टाइल को मेंटेन करने के लिए काफी नहीं होगी. इसलिए रिटायरमेंट फंड की प्लानिंग करते समय महंगाई दर को ध्यान में रखना न भूलें.
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