पूर्वोत्तर राज्यों में आलू के किसानों को ऋण देने के लिए 'रंग दे' ने कोष की शुरुआत की

'रंग दे' ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि कंपनी ने 'नॉर्थईस्ट फंड' नाम के कोष की शुरुआत की है, जो क्षेत्र के किसानों और ग्रामीण उद्यमियों को किफायती दर पर ऋण उपलब्ध कराएगा.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

सामाजिक निवेश कंपनी 'रंग दे' ने कहा कि उसने पूर्वोत्तर राज्यों में आलू के किसानों की मदद करने के लिए किफायती दरों पर ऋण उपलब्ध कराने वाले एक समर्पित कोष की शुरुआत की है. 'रंग दे' ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि कंपनी ने 'नॉर्थईस्ट फंड' नाम के कोष की शुरुआत की है, जो क्षेत्र के किसानों और ग्रामीण उद्यमियों को किफायती दर पर ऋण उपलब्ध कराएगा.

बयान के मुताबिक, ''इस समर्पित कोष का मकसद किसानों और उद्यमियों को कम कीमत, किफायती दर पर ऋण उपलब्ध कराना है ताकि वह अपनी आजीविका को बढ़ा सकें और बेहतर आय प्राप्त कर सकें.''बयान में बताया गया कि इस कोष में पैसा निवेश करने वाले निवेशक छह से 24 महीने की अवधि के बाद सालाना छह फीसदी तक रिटर्न प्राप्त करेंगे. बयान के मुताबिक, इस कोष के माध्यम से पहले ही 1,062 निवेशकों से 54 लाख रुपये से अधिक जुटाए जा चुके हैं और अगले तीन महीनों में दो करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है.

इस कोष की शुरुआत करते हुए 'रंग दे' की सह-संस्थापक और सीईओ स्मिता राम ने कहा, ''पूर्वोत्तर क्षेत्र, भारत का एक बहुत ही कम महत्व वाला क्षेत्र रहा है, जहां किसानों और ग्रामीण उद्यमियों को फसल की बुवाई से पहले और कटाई के बाद की जरूरतों को पूरा करने के लिए कम लागत वाले ऋण की आवश्यकता होती है. इस कोष के माध्यम से रंग दे सामाजिक निवेशकों को भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में आजीविका को बेहतर बनाने का एक तरीका प्रदान करेगा''

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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