Post Office 7 Schemes: नौकरीपेशा हों या फिर अपना कोई कारोबार चलाने वाले लोग, अपनी आय का कुछ हिस्सा बचत करना और फिर उसे सही जगह निवेश करना, एक अच्छी आदत मानी जाती है. छोटी-छोटी बचत भी जमा करने पर बड़ी पूंजी बन जाती है और जरूरत के समय यही राशि काम आती है. आज भी एक बड़े वर्ग के बीच एफडी (FD) यानी फिक्स्ड डिपॉजिट पसंदीदा निवेश विकल्प (Favorite Investment Option) बना हुआ है. हालांकि हाल के दिनों में, जब से बैंकों ने FD योजनाओं पर ब्याज दरें कम कर दी हैं. ऐसे में डाकघर (Post Office) की स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स लोगों को आकर्षित कर रही हैं. ज्यादातर बैंकों की FD स्कीम्स में जहां ब्याज दरें 6-7% हैं, वहीं पोस्ट ऑफिस की कई योजनाओं में 7% से ज्यादा का ब्याज मिल रहा है.
नेशनल सेंविंग्स सर्टिफिकेट पोस्ट (NSC), सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana), किसान विकास पत्र (KVP), सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS), मंथली इनकम अकाउंट (MIS) और पोस्ट ऑफिस की अन्य कई योजनाओं में न केवल अच्छा-खासा ब्याज मिलता है, बल्कि टैक्स से जुड़े फायदे भी होते हैं. इनमें निवेश करने पर ओल्ड टैक्स रिजीम के अंडर इनकम टैक्स में छूट मिलती है. आइए, इन स्कीम्स के बारे में थोड़ा विस्तार से जान लेते हैं.
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट सरकार की स्मॉल सेविंग स्कीम है, जिस पर इस समय सालाना 7.7% की ब्याज दर मिलती है और ब्याज कंपाउंड होकर बढ़ता रहता है. इसमें अगर कोई 10,000 रुपये लगाता है तो 5 साल बाद यह रकम लगभग 14,490 रुपये के आसपास पहुंच जाती है, जो गारंटीड रिटर्न है. यह स्कीम सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स छूट भी देती है, हालांकि ब्याज पर टैक्स नियम लागू होते हैं. मैच्योरिटी तक पैसा लॉक रहता है, लेकिन यह बेहद सुरक्षित विकल्प है क्योंकि इसे केंद्र सरकार चलाती है. सुरक्षित, मध्यम अवधि और निश्चित रिटर्न चाहने वाले निवेशकों के लिए यह बेहतर पोस्ट ऑफिस स्कीम मानी जाती है.
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)
सुकन्या समृद्धि योजना केवल बच्ची के नाम पर खुलने वाला लंबी अवधि का सेविंग अकाउंट है, जिस पर फिलहाल सालाना 8.2% की आकर्षक ब्याज दर मिलती है. इसमें अभिभावक अपनी बेटी के नाम से खाता खुलवाकर 15 साल तक निवेश कर सकते हैं और खाता 21 साल तक या बेटी की शादी तक सक्रिय रहता है. इस स्कीम की सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें जमा रकम, मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी की पूरी राशि तीनों पूरी तरह टैक्स-फ्री होती हैं. यह बाजार जोखिम से बिल्कुल मुक्त है, इसलिए बेटी की उच्च शिक्षा और शादी जैसे बड़े खर्चों की लंबी अवधि की प्लानिंग के लिए इसे सबसे बेहतर सरकारी स्कीम माना जाता है. छोटी-छोटी किस्तों में भी पैसा जमा किया जा सकता है, इसलिए आम मध्यमवर्गीय परिवार भी आराम से इसमें निवेश कर पाते हैं.
किसान विकास पत्र (KVP)
किसान विकास पत्र पोस्ट ऑफिस की एक गारंटीड रिटर्न वाली स्कीम है, जिसमें फिलहाल 7.5% सालाना ब्याज दर मिलती है और यह ब्याज कंपाउंड होता है. इसकी खासियत यह है कि लगभग 115 महीने यानी करीब 9 साल 7 महीने में आपका निवेश अपने आप दोगुना हो जाता है, जैसे 10,000 रुपये से शुरू रकम अवधि पूरी होने पर करीब 20,000 रुपये हो जाती है. यह स्कीम पूरी तरह सरकार की गारंटी के साथ आती है, इसलिए इसमें मार्केट के उतार-चढ़ाव या पैसा डूबने का जोखिम नहीं रहता. आमतौर पर पैसा मैच्योरिटी से पहले निकालना नहीं चाहिए, हालांकि कुछ विशेष परिस्थितियों में आंशिक निकासी की सुविधा पोस्ट ऑफिस नियमों के अनुसार मिल सकती है. लंबी अवधि के लिए सुरक्षित, फिक्स्ड इनकम और बिना तनाव वाली सेविंग चाहने वाले निवेशकों के लिए किसान विकास पत्र एक भरोसेमंद विकल्प बनकर उभरा है.
महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट
महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट केवल महिलाओं और लड़की के नाम से खुलने वाली विशेष स्मॉल सेविंग स्कीम है, जिसमें 2 साल के लिए तय अवधि पर निवेश किया जाता है. इस पर 7.5% सालाना की आकर्षक ब्याज दर मिलती है, जिसका ब्याज हर तिमाही कंपाउंड होता है, इसलिए रिटर्न साधारण ब्याज से थोड़ा ज्यादा बनता है. उदाहरण के तौर पर, अगर इसमें 10,000 रुपये जमा किए जाएं तो 2 साल बाद यह रकम लगभग 11,602 रुपये के करीब हो जाती है. इस स्कीम में अधिकतम निवेश सीमा तय है, ताकि मध्यम व छोटी बचत करने वाली महिलाएं भी सिस्टमैटिक तरीके से निवेश कर सकें. महिलाएं या उनके नाम पर निवेश करना चाहने वाले परिवार इसे शॉर्ट टर्म, सुरक्षित और अच्छा ब्याज देने वाली स्पेशल स्कीम के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं.
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS)
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम खासतौर पर रिटायर्ड लोगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए तैयार की गई सरकारी स्कीम है, जिसमें इस समय 8.2% के आसपास की सालाना ब्याज दर मिलती है. इसमें जमा रकम पर हर तिमाही ब्याज सीधे सेविंग अकाउंट में क्रेडिट हो जाता है, जैसे 10,000 पर तिमाही लगभग 205 रुपये मिलते हैं, जो रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम का अच्छा स्रोत बन जाता है. इस स्कीम में एक निश्चित अधिकतम सीमा तक ही निवेश किया जा सकता है, लेकिन पति-पत्नी संयुक्त रूप से अकाउंट खोलकर सीमा को थोड़ा बढ़ा सकते हैं. यह योजना पूरी तरह सुरक्षित है और बैंक व पोस्ट ऑफिस दोनों जगह उपलब्ध होती है, इसलिए सीनियर सिटीजन के लिए जोखिम-रहित, गारंटीड और स्थिर आय का भरोसेमंद विकल्प है. रिटायरमेंट के बाद पेंशन जैसी रेगुलर कैश-फ्लो की जरूरत पूरी करने के लिए यह स्कीम काफी लोकप्रिय है.
2 साल की डिपॉजिट स्कीम (Two Year Time Deposit)
पोस्ट ऑफिस की टू-ईयर टाइम डिपॉजिट स्कीम फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह काम करती है, जहां 2 साल की फिक्स अवधि के लिए पैसा लॉक कर दिया जाता है. इसमें फिलहाल 7% सालाना के आसपास ब्याज मिलता है और यह ब्याज हर 3 महीने में अकाउंट में जोड़कर कंपाउंड किया जाता है, जिससे कुल रिटर्न थोड़ा ज्यादा हो जाता है. अगर कोई 1,00,000 रुपये दो साल के लिए जमा करे, तो उस पर लगभग 7,190 रुपये तक ब्याज अर्जित हो सकता है, जो सुरक्षित फिक्स्ड इनकम के लिहाज से ठीक-ठाक रिटर्न है. इस स्कीम में पैसा बीच में निकालना संभव तो है, लेकिन ऐसा करने पर ब्याज कम हो सकता है या अलग नियम लागू होते हैं. दो साल जैसी छोटी अवधि के लिए बिना जोखिम वाली और तय ब्याज वाली स्कीम चाहने वालों के लिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अच्छा विकल्प मानी जाती है.
मंथली इनकम स्कीम (MIS)
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम अकाउंट उन निवेशकों के लिए है जो सुरक्षित जगह पैसा लगाकर हर महीने फिक्स इनकम लेना चाहते हैं. इस स्कीम में लगभग 7.4% सालाना ब्याज दिया जाता है और यह ब्याज सीधे हर महीने आपके सेविंग अकाउंट में क्रेडिट होता है, जैसे 1,00,000 के निवेश पर करीब 620 रुपये महीने की इनकम बनती है. इसमें एक निश्चित न्यूनतम और अधिकतम जमा सीमा होती है, और चाहें तो सिंगल या जॉइंट नाम से खाता खोला जा सकता है, जिससे परिवार की नियमित जरूरतों के लिए स्थिर कैश फ्लो मिल सके. यह स्कीम भी सरकार की गारंटी वाली है, इसलिए मूलधन की सुरक्षा और रिटर्न की निश्चितता बनी रहती है. रिटायर लोग, गृहिणियां या वे निवेशक जिन्हें महीने-महीने खर्च के लिए भरोसेमंद इनकम चाहिए, उनके लिए पोस्ट ऑफिस MIS काफी उपयोगी विकल्प है.














