पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के साथ-साथ इन दिनों सीएनजी के दाम भी आसमान छू रहे हैं. आज सीएनजी में प्रति किलो 2.5 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है. पिछले तीन महीनों में प्रति किलो सीएनजी दाम लगभग 15 रुपये बढ़ चुके हैं. जिसकी वजह से ओला/उबर के ड्राइवर AC चलाने के लिए ज़्यादा पैसे मांग रहे हैं.
कैब ड्राइवरों का कहना होता है कि अगर AC चलाना है तो प्रति किलोमीटर 2 रुपये किराया ज़्यादा देना होगा. एक ऐसे ही कैब ड्राइवर से हमने एक्स्ट्रा किराया देने के मामले पर बात की. 45 साल के कैब ड्राइवर विनोद कुमार ने कहा कि सीएनजी का किराया तो रोज़ बढ़ रहा है. लेकिन उन्हें ओला या उबर से पैसा बढ़कर नहीं मिलता है, और AC चलाने में गाड़ी का औसत कम हो जाता है.
ड्राइवर ने कहा कि हम परेशान हो चुके हैं. सवारी को बता देते हैं तो लोग लड़ने को तैयार हो जाते हैं. लेकिन मैं कह देता हूं कि AC चलाने का एक्स्ट्रा पैसा दो या फिर दूसरी राइड बुक कर लो. ग्राउंड रिपोर्ट में हमने पाया कि ज्यादातर ओला या उबर ड्राइवर राइड के दौरान CNG बचाने के चक्कर में AC चलाने के पक्ष में नहीं होते हैं. कुछ ड्राइवरों ने बताया कि हम लोग 10 अप्रैल को हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं.
बता दें कि पिछले एक साल में सीएनजी में प्रति किलो लगभग 23 रुपये बढ़ चुके हैं. अप्रैल 2021 में ₹43.40 Kg मिलने वाली सीएनजी अप्रैल 2022 में ₹66.61 Kg हो चुकी है. यानी एक साल में 23 रुपये 21 पैसे किलो बढ़ चुकी है, जबकि एक महीने में ही CNG की कीमत ₹9.60 Kg बढ़ी है. वहीं, तेल और सीएनजी के बढ़ रहे दामों पर केंद्र सरकार विदेशी बाजार की बात कर पल्ला झाड़ कर निकल जाती है.