LPG Cylinder Rate : घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बुधवार को 15 रुपये बढ़ा दिए गए.दिल्ली में एलपीजी गैस सिलेंडर कीकीमत अब 899.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है. पेट्रोल औऱ डीजल के बढ़ते दामों ((Petrol diesel prices) के बीच घरेलू गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों ने आम आदमी को बड़ा झटका दिया है. इस साल रसोई गैस सिलेंडर के दाम 205 रुपये के करीब बढ़ गए हैं. तेल एवं गैस एजेंसियों के एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर के दाम 15 रुपये बढ़कर 899.50 रुपये हो गए हैं. जबकि पांच किलो का सिलेंडर बढ़कर 502 हो गया है. LPG की कीमतों में यह बढ़ोतरी सभी श्रेणियों में हुई है.
दिल्ली के जंगपुरा में रहने वाली गृहणी चरणजीत परेशान हैं. पहले खाने पीने की ज़रूरी चीज़ें महंगी हुईं, अब इंडियन ऑयल ने बुधवार से गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलिंडर की कीमत बढाकर 899 रुपये 50 पैसे कर दी है. चरणजीत ने NDYV से कहा, "जो सिलिंडर हम करीब 600 रुपये में खरीदते थे अब 900 रुपये का हो गया है. किचन का बजट डावांडोल हो गया है. आम लोग कहां तक इसे मैनेज कर पाएंगे. हमारा किचन बहुत महंगा हो गया है. ये हमें बहुत तंग कर रहा है.
दरअसल पिछले एक साल में गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलिंडर की कीमत 50% से ज्यादा बढ़ गयी है. 1 अक्टूबर 2020 को 14.2 किलो वाले गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलिंडर की कीमत 594 रुपये थी जो 1 सितम्बर 2021 को बढ़कर 884.50 हुई और अब 15 रुपये और महंगा होकर 6 अक्टूबर 2021 को 899.50 रुपये का हो गया है. यानी पिछले एक साल में इसकी कीमत 305.50 रुपये बढ़ गयी है यानी 51.43% महंगा.
चरणजीत के पति कुलबीर सिंह कहते हैं, 'आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए.' कुलबीर सिंह ने NDTV से कहा, "घर का बजट गड़बड़ हो गया है. महंगाई बहुत हो गयी है. क्यों सब्सिडी बंद कर दी? 900 रुपये में कब तक लोग एलपीजी खरीद पाएंगे."
अर्थशास्त्री वेद जैन कहते हैं, आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार को सामने आना चाहिए. वेद जैन ने NDTV से कहा, "देखिये, बहुत सख्त जरूरत है सरकार द्वारा हस्तक्षेप करने की. आम आदमी ये बोझ कहां तक उठा पायेगा. हमें आम लोगों की तकलीफ को समझना चाहिए. घर का चूल्हा जलना बहुत जरूरी है. इस पर सेंटर और स्टेट के टैक्स कम किये जाएं. सब्सिडी देने की कोशिश करनी चाहिए.
सरकार हर साल सभी गैस कनेक्शन धारकों को 12 सिलेंडर सब्सिडी पर बाजार भाव से कम मूल्य पर उपलब्ध कराती है. इससे ऊपर के सभी सिलेंडर की कीमत बाजार भाव के हिसाब से बिना सब्सिडी के देनी पड़ती है.
अब देखना होगा, सरकार महंगी होती एलपीजी की समस्या से कैसे निपटती है.