झारखंड आंदोलन के सभी आंदोलनकारियों की पहचान का कार्य शुरू, 3500-7000 रुपये तक मिलेगी पेंशन

हेमंत सोरेने ने कहा कि अलग झारखंड राज्य के लिए हुआ आंदोलन भी देश की आजादी की लड़ाई से कम नहीं है. आंदोलन में किसी भी तरह की भूमिका निभाने वालों को 3,500 रुपये से लेकर सात हजार रुपये तक की पेंशन एवं अन्य लाभ दिये जाएंगे. 

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के लिए हुआ आंदोलन आजादी की लड़ाई से कम नहीं है. (फाइल)
रांची:

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने अलग झारखंड (Jharkhand) राज्य बनाने के आंदोलन में शामिल रहे सभी आंदोलनकारियों की पहचान के कार्य की शुक्रवार को शुरुआत की. साथ ही घोषणा की कि आंदोलन में किसी भी तरह की भूमिका निभाने वालों को 3,500 रुपये से लेकर सात हजार रुपये तक की पेंशन एवं अन्य लाभ दिये जाएंगे. इस उद्देश्य से आज यहां सचिवालय में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, ‘‘एक-एक आंदोलनकारी को पूरा मान-सम्मान और अधिकार देने का राज्य सरकार ने संकल्प लिया है. इस आंदोलन के अंतिम पंक्ति में शामिल आंदोलनकारियों को भी चिन्हित कर उनका हक दिया जाएगा.''

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के 'लोगो' और 'आवेदन प्रपत्र' का विमोचन किया. इसके द्वारा आंदोलनकारियों की नए सिरे से पहचान कर सूचीबद्ध किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि नया आवेदन प्रपत्र काफी सरल बनाया गया है, ताकि हर आंदोलनकारी आसानी से अपने दावे को आयोग के समक्ष पेश कर सके. 

'गलती हो गई'- UPSC में 'सफलता' पाकर खूब खुश थी झारखंड की युवती, सच्चाई कुछ और ही थी; जानें पूरा मामला

Advertisement

उन्होंने कहा कि झारखंड की धरती ने कई वीर सपूतों को जन्म दिया है, जिन्होंने देश के लिए खुद को न्यौछावर कर दिया. उन्होंने दावा किया कि अलग झारखंड राज्य के लिए हुआ आंदोलन भी देश की आजादी की लड़ाई से कम नहीं है. 

Advertisement

सोरेन ने कहा, ''आरंभिक वर्षों में तो मात्र दो हज़ार के लगभग ही आंदोलनकारी चिन्हित किए गए थे. इस आंकड़े को देखकर मुझे लगा कि अलग राज्य के लिए इतना लंबा संघर्ष चला है तो आंदोलनकारियों की संख्या इतनी कम नहीं हो सकती.''

Advertisement

पति को बंधक बनाकर पत्नी से गैंगरेप करने वाले दस अपराधियों को 25-25 साल की कैद

उन्होंने कहा, ''मैंने झारखंड आंदोलनकारियों की पहचान के लिए नया स्वरूप बनाया है ताकि सभी को सूचीबद्ध कर उन्हें सरकार से मिलने वाले लाभ से जोड़ा जा सके.''

Advertisement

सोरेन ने कहा कि तीन माह से कम जेल में रहने वाले आंदोलनकारियों को 3500 रुपये प्रति माह और आंदोलन के दौरान जेल में छह माह से अधिक बिताने वालों को सात हजार रुपये प्रति माह की पेंशन मिलेगी. 

भ्रष्टाचार के आरोपों पर हेमंत सोरेन ने कहा, 'हम डरने वाले नहीं'

Featured Video Of The Day
Gujarat के Porbandar में Coast Guard का Helicopter Crash, 3 लोगों की मौत की खबर | Breaking News