प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:
भारत में जल्द ही कार सुरक्षा के लिए अपनी खुद की स्टार रेटिंग हो सकती है, जिसे बीएनसीएपी कहा जाएगा. 'टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, सड़क परिवहन मंत्रालय ने नीति को अंतिम रूप दे दिया है और इसे 1 अक्टूबर से लागू करने की योजना है.
बीएनसीएपी के बारे में पांच बातें
- भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (बीएनसीएपी) अपनी वेबसाइट पर स्टार रेटिंग और परीक्षण परिणाम डालेगा. पिछले साल की एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, प्रस्तावित मूल्यांकन में 1 से 5 स्टार तक स्टार रेटिंग आवंटित की जाएगी.
- रेटिंग स्वैच्छिक होगी और परीक्षण के लिए नमूने मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) द्वारा पेश किए जाएंगे या शोरूम से बीएनसीएपी प्राधिकरण द्वारा उठाए जा सकते हैं.
- सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, बीएनसीएपी रेटिंग निम्नलिखित मापदंडों पर आधारित होगी : कार की संरचनात्मक सुरक्षा, कार में बैठे वयस्क लोगों की सुरक्षा, कार में बैठे बच्चों की सुरक्षा, पैदल यात्रियों के अनुकूल डिजाइन के लिए कार का मूल्यांकन और एक्टिव और पैसिव सुरक्षा के प्रौद्योगिकी सहायता का प्रावधान.
- समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बीएनसीएपी श्रेणी एम1 (यात्रियों को ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले मोटर वाहन, जिसमें ड्राइवर की सीट के अलावा आठ सीटें शामिल हैं) के स्वीकृत प्रकार के मोटर वाहनों पर लागू होगा, जिनका सकल वाहन वजन 3.5 टन से कम है, देश में निर्मित या आयातित है.
- रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत एनसीएपी के परीक्षण प्रोटोकॉल को मौजूदा भारतीय नियमों को ध्यान में रखते हुए वैश्विक क्रैश-टेस्ट प्रोटोकॉल के साथ जोड़ा जाएगा.
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