रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पिचले कुछ तिमाही से महंगाई को काबू करने के लिए लगातार नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोतरी करता जा रहा है. इस दौरान करीब 250 बेसिस प्वाइंट की तेजी आरबीआई द्वारा की गई है. इस दौरान लोगों के होम लोन भी महंगे हुए. कई लोगों को इस बात का एहसास नहीं हुआ क्योंकि उनकी ईएमआई पर बैंकों द्वारा कोई बदलाव नहीं किया गया. यानि लोगों की ईएमआई में बदलाव नहीं हुआ तो लाखों लोगों को इस बात आभास नहीं हो रहा है कि उनका लोन और महंगा हो गया है. अमूमन लोनधारक के पास यह विकल्प होता है कि जब लोन की दर बदलती है तब वह या तो लोन का समय बढ़वा ले या अपनी ईएमआई को बढ़वा ले. होता यह है कि लोग लोन का समय बढ़वा लेते हैं क्योंकि इससे ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होता है. इसका सीधा असर यह होता है कि इन लोगों के दिमाग पर कोई बोझ लेना नहीं चाहते हैं. इसका असर यह होता है कि ब्याज का बोझ बढ़ जाता है.
देखा जाता है कि कई बैंक लोन के समय को बढ़ा देते हैं क्योंकि लोनधारक ईएमआई बढ़ाने को नहीं बोलता है. रियाज शेख, जो कि अभी 30-35 की उम्र के हैं, ने भी होम लोन ले रखा है. 2022 के आरंभ में रियाज ने 17 लाख रुपये का होम लोन लिया था. तब यह लोन उन्हें 6.7 प्रतिशत की दर से मिला था. तब से इस लोन पर ब्याज दर 8.95 प्रतिशत तक हुआ और अप्रैल से यह 9.2 प्रतिशत तक हो गया है. क्योंकि रियाज ने साफ नहीं बताया बैंक को, तो बैंक ने लोन की समयावधि को डिफॉल्ट ऑप्शन की वजह से बढ़ा दिया.
परिणामस्वरूप लोन का समय 34 साल से भी ज्यादा का हो गया है और यह भी अप्रैल में रेट बदलने के काफी पहले ही हो गया. अगर रियाज लगातार इतने समय तक लोन की अदायगी करता रहता है तब उसे अपने रिटायरमेंट के बाद भी लोन की अदायगी करनी होगी. अमूम बैंक इस प्रकार के पेमेंट से सहज नहीं होते हैं. रियाज का कहना है कि वह लोन प्री पे करना चाहता है. बैंक बाजार के मुख्य बिजनेस अधिकारी पंकज बंसल का कहना है कि यह हमेशा फायदेमंद होता है कि आप अपना लोन जल्दी चुकता करें. इसके लिए एक आसान तरीका है कि हम हर साल एक ईएमआई ज्यादा पे करें.
इटिका वेल्थ प्राइवेट के निदेशक निखिल कोठारी से जब बीक्यू प्राइम ने बात की तब उन्होंने शानदार तरीके से समझाया. अगर 20 साल के लिए लोन लिया है और हम साल केवल बचे हुए लोन का पांच प्रतिशत अतिरिक्त पे करें, तब ऐसे में हमारे लोन का समय 11 साल हो जाएगा. और अगर हम एक ईएमआई हर साल एक्सट्रा पे करें तब हमारे लोन का समय 4 साल कम हो जाएगा.