Gold Today Rate, 16 April: सोने की बढ़ती कीमतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. बीते कुछ दिनों में सोने की कीमतों में जिस तरह से लगातार उछाल आया है, उसने हर निवेशक और आम इंसान को सोचने पर मजबूर कर दिया है क्या अब सोने में इनवेस्ट करना चाहिए? क्या ये सही वक्त है गोल्ड खरीदने का? अगर आप भी यही सोच रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए है. यहां हम बताएंगे कि कैसे सोने की कीमतें 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम की तरफ बढ़ रही हैं, क्या हैं इसकी वजहें, औरआने वाले समय को लेकर एक्सपर्ट्स का क्या कहना है .
लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहा गोल्ड
गुरुवार, 17 अप्रैल को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गोल्ड जून 2025 डिलिवरी कॉन्ट्रैक्ट का रेट ट्रेडिंग के शुरुआती घंटे में 95,894 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. सुबह 9:30 बजे तक ये 95,869 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, जो 0.22% की बढ़त थी. इससे पहले बुधवार को भी MCX गोल्ड ने 95,740 रुपये का नया हाई बनाया था और 2.42% की जबरदस्त तेजी के साथ 95,710 रुपये पर बंद हुआ था.
इंटरनेशनल मार्केट में नया ऑल टाइम हाई
इंटरनेशनल मार्केट की बात करें तो वहां भी सोना आज रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा. हाजिर सोना (Spot Gold) $3,357.40 प्रति औंस तक गया, हालांकि उसके बाद मुनाफावसूली के चलते थोड़ी गिरावट आई और ये $3,339.37 पर आ गया. वहीं, यूएस गोल्ड फ्यूचर्स (US Gold Futures) में भी 0.2% की तेजी देखी गई और ये $3,351.50 पर पहुंच गया. स्पॉट सिल्वर (Spot Silver) यानी चांदी की कीमत भी हल्की गिरावट के साथ $32.43 प्रति औंस रही.
भारत में भी सोने की कीमतें तेजी से बढ़ीं
बीते दिन दिल्ली के सर्राफा बाजार में भी सोना रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया. बुधवार को सोना 1,650 रुपये चढ़कर 98,100 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. इससे पहले मंगलवार को इसका रेट 96,450 रुपये था. चांदी की कीमतों में भी 1,900 रुपये की उछाल आई और वह 99,400 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई. आईबीजेए (इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन) के मुताबिक, 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 94,579 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच चुकी है, जबकि कुछ दिन पहले तक ये 76,162 रुपये थी. यानी इस साल की शुरुआत से अब तक सोने में करीब 24% की बढ़त आ चुकी है.
ट्रेड वॉर, डॉलर की कमजोरी से बढ़ी गोल्ड की डिमांड
गोल्ड में इस तेजी की सबसे बड़ी वजह ग्लोबल लेवल पर बढ़ रही अनिश्चितता है. अमेरिका और चीन के बीच जारी टैरिफ वॉर ने निवेशकों को डरा दिया है. ट्रंप सरकार ने चीन से आयात होने वाले सामानों पर टैरिफ को 245% तक बढ़ा दिया है. इसके अलावा अमेरिकी डॉलर भी लगातार कमजोर हो रहा है, जो सोने की कीमतों को और सहारा दे रहा है. डॉलर इंडेक्स तीन साल के निचले स्तर के पास है, जिससे गोल्ड में सेफ एसेट के तौर पर डिमांड और बढ़ गई है.
इसके साथ ही ट्रंप द्वारा चिप्स, दवाइयों और मिनरल्स के इम्पोर्ट पर नए टैरिफ लगाने की संभावनाओं की जांच के आदेश से मार्केट में और घबराहट है. यही वजह है कि गोल्ड की ओर तेजी से लोग भाग रहे हैं.
एक्सपर्ट्स की राय- अभी और बढ़ सकते हैं दाम
कोटक सिक्योरिटीज की कमोडिटी रिसर्च एनालिस्ट कायनात चैनवाला के मुताबिक, जब तक ट्रेड वॉर में कोई ठोस सुलह नहीं होता या तनाव कम नहीं होता, तब तकगोल्ड ऊंचे स्तर पर बना रह सकता है. वहीं, ग्लोबल इनवेस्टमेंट बैंक Goldman Sachs का अनुमान है कि साल के आखिर तक सोने की कीमत $3,700 प्रति औंस तक जा सकती है. यानी निवेशकों के लिए अभी भी इसमें ग्रोथ की गुंजाइश है.
क्या ये सोने में निवेश का सही समय है?
सोना हमेशा से एक सुरक्षित इनवेस्टमेंट माना गया है. जब-जब बाजार में डर होता है, लोग गोल्ड की तरफ भागते हैं. आज भी वही हो रहा है. 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा अब ज्यादा दूर नहीं लग रहा. अगर आप लॉन्ग टर्म इनवेस्टर हैं और पोर्टफोलियो में थोड़ा सेफ एसेट चाहते हैं, तो गोल्ड अब भी एक बढ़िया ऑप्शन हो सकता है.