Gold-SIlver Rates 30 December 2025: चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट के बाद मंगलवार को फिर से तेजी देखी गई. सोने में भी थोड़ी बढ़त देखी गई. MCX पर मार्च डिलीवरी वाली चांदी 12,298 रुपये यानी 5.48 प्रतिशत की उछाल के साथ 2,36,727 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. वहीं फरवरी डिलीवरी वाला सोना 1,382 रुपये यानी 1.02 प्रतिशत बढ़कर 1,36,324 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. कारोबारी सत्र के दौरान चांदी ने 2,36,980 रुपये का तो सोने ने 1,36,403 रुपये का इंट्रा डे हाई बनाया.
हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को घरेलू वायदा बाजार में सोने और चांदी में ये तेजी दिखाई दी. इससे पहले के सत्र में रिकॉर्ड ऊंचाई से गिरने के बाद दोनों कीमती धातुओं में उछाल देखने को मिली.
वहीं दूसरी ओर IBJA के मुताबिक, 30 दिसंबर, मंगलवार को 24 कैरेट सोना 1,34,362 रुपये/10 ग्राम के भाव चल रहा है. सोमवार की शाम इसका भाव 1,36,781 रुपये/10 ग्राम था. 22 कैरेट सोने की बात करें तो मंगलवार को ये 1,23,080 रुपये/10 ग्राम, जबकि 18 कैरेट सोना 1,00,772 रुपये/10 ग्राम चल रहा था. दूसरी ओर चांदी 2,31,467 रुपये/किलो के भाव चल रहा है.
पहले कितनी गिरावट दर्ज की गई थी?
वैश्विक बाजारों में सोमवार को सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई थी. स्पॉट गोल्ड 4.5 प्रतिशत गिरकर 4,330.79 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जबकि फरवरी डिलीवरी वाला अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 4.6 प्रतिशत गिरकर 4,343.60 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ.
इससे पहले तेजी के दौरान सोना 4,584 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था और चांदी 82.67 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंची थी, लेकिन बाद में दोनों धातुएं अपनी बढ़त बनाए नहीं रख पाईं.
सोने-चांदी पर क्या है एक्सपर्ट की राय?
विशेषज्ञों के अनुसार, गिरावट की वजह ज्यादा खरीदी (लॉन्ग पोजीशन), शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज (सीएमई) द्वारा मार्जिन बढ़ाना और छुट्टियों के कारण कम कारोबार होना रहा, जिससे कीमतों में ज्यादा उतार-चढ़ाव हुआ.
हालांकि, सुरक्षित निवेश (सेफ हेवन) के रूप में सोना-चांदी की मांग अभी बनी हुई है. रूस और यूक्रेन से जुड़े तनाव और अमेरिका-वेनेजुएला के बीच तनाव के कारण निवेशक अब भी इन धातुओं में रुचि दिखा रहे हैं.
विशेषज्ञों ने बताया कि चांदी की कीमतों को कम उपलब्धता और बाजार में कम स्टॉक का सहारा मिल रहा है. सोने के पास बड़ा रिजर्व होता है, लेकिन चांदी के पास ऐसा कोई बड़ा भंडार नहीं है, जिससे इसकी कीमत जल्दी ऊपर नीचे होती है.
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के कमोडिटीज उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा कि सोने को 1,33,550 से 1,31,710 रुपये के बीच सपोर्ट मिल सकता है, जबकि 1,36,850 से 1,38,670 रुपये के बीच रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है. वहीं चांदी के लिए सपोर्ट 2,19,150 से 2,17,780 रुपये और रेजिस्टेंस 2,26,810 से 2,28,970 रुपये के बीच है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के कई बड़े बाजारों में चांदी का स्टॉक लगातार कम हो रहा है, जिससे यह साफ होता है कि बाजार में चांदी की उपलब्धता सीमित होती जा रही है.














