EPFO New Rules 2025: प्रोफाइल अपडेट से लेकर पेंशन ट्रांसफर तक... PF मेंबर्स के लिए हुए 5 बड़े बदलाव

EPFO में इस समय देशभर के 7 करोड़ से ज्यादा लोग एक्टिव मेंबर हैं और अब संगठन की कोशिश है कि सारे प्रोसेस पेपरलेस और फुली डिजिटल किए जाएं.

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EPFO ने मेंबर्स की प्रोफाइल अपडेट करने का प्रोसेस अब बेहद आसान बना दिया है.
नई दिल्ली:

2025 की शुरुआत के साथ EPFO ने अपने नियमों में कुछ ऐसे बदलाव किए हैं जो करोड़ों कर्मचारियों की जिंदगी को आसान बना सकते हैं. प्रोफाइल अपडेट से लेकर पेंशन ट्रांसफर तक कई प्रोसेस अब पहले से ज्यादा सिंपल, फास्ट और डिजिटल हो गए हैं. जिन लोगों का Universal Account Number यानी UAN आधार से लिंक है, उनके लिए तो ये बदलाव और भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं.

EPFO में इस समय देशभर के 7 करोड़ से ज्यादा लोग एक्टिव मेंबर हैं और अब संगठन की कोशिश है कि सारे प्रोसेस पेपरलेस और फुली डिजिटल किए जाएं. यहां जानिए उन 5 बड़े बदलाव जो हर PF मेंबर को जानना चाहिए.

1. प्रोफाइल अपडेट करना अब बहुत आसान

EPFO ने मेंबर्स की प्रोफाइल अपडेट करने का प्रोसेस अब बेहद आसान बना दिया है. अगर आपका UAN आधार से लिंक है, तो अब आपको नाम, डेट ऑफ बर्थ, जेंडर, नेशनलिटी, पैरेंट्स का नाम, मैरिटल स्टेटस, स्पाउस का नाम और जॉब शुरू करने की तारीख जैसी जानकारियां अपडेट करने के लिए कोई भी डॉक्यूमेंट अपलोड नहीं करना होगा. सबकुछ ऑनलाइन होगा और बिना किसी झंझट के.

2. नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर अब झंझट मुक्त

पहले जॉब बदलने पर PF ट्रांसफर कराने के लिए पुराने या नए एम्प्लॉयर की अप्रूवल जरूरी होती थी. लेकिन 15 जनवरी 2025 से ये सिस्टम बदल गया है. अब ज्यादातर केस में PF ट्रांसफर के लिए किसी एम्प्लॉयर की मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे पैसा जल्दी और सीधा नए PF अकाउंट में पहुंच सकेगा.

3. UAN और जॉइंट डिक्लेरेशन का प्रोसेस अब डिजिटल

16 जनवरी 2025 से लागू हुए नए नियमों के तहत EPFO ने जॉइंट डिक्लेरेशन को भी पूरी तरह डिजिटल बना दिया है. अगर आपका UAN आधार  से लिंक है या आधार पहले से वेरिफाइड है, तो आप जॉइंट डिक्लेरेशन फॉर्म भी ऑनलाइन सबमिट कर सकते हैं. हालांकि, अगर UAN बना ही नहीं है, आधार लिंक नहीं है या मेंबर की डेथ हो चुकी है, तो फिर फिजिकल फॉर्म जमा करना अनिवार्य रहेगा.

4. पेंशन पेमेंट के लिए नया सेंट्रलाइज्ड सिस्टम शुरू

1 जनवरी 2025 से EPFO ने Centralized Pension Payment System (CPPS) शुरू कर दिया है. अब पेंशन सीधे NPCI प्लेटफॉर्म के जरिए किसी भी बैंक अकाउंट में भेजी जाएगी. पहले PPO यानी पेंशन पेमेंट ऑर्डर को एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस भेजा जाता था जिससे देरी होती थी. अब ये सब खत्म हो गया है. इसके साथ ही नया PPO अब अनिवार्य रूप से UAN से लिंक होगा ताकि Digital Life Certificate सबमिट करना आसान हो सके.

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5. हाई सैलरी पर पेंशन लेने का प्रोसेस अब क्लियर

जिन कर्मचारियों की सैलरी EPFO लिमिट से ज्यादा है और वो उस पर पेंशन लेना चाहते हैं, उनके लिए अब नियम पूरी तरह क्लियर कर दिए गए हैं. इसके लिए एक्स्ट्रा कंट्रीब्यूशन देना होगा. साथ ही जो कंपनियां EPFO में नहीं आतीं और अपनी प्राइवेट ट्रस्ट स्कीम चलाती हैं, उन्हें भी यही प्रोसेस अपनाना होगा. बकाया कंट्रीब्यूशन की रिकवरी और पेमेंट अब नए तरीके से होगा, जिससे सिस्टम ज्यादा ट्रांसपेरेंट और ट्रैकेबल बन सके.

EPFO अब ले चुका है नया रूप

इन सभी बदलावों से साफ है कि EPFO अब सिर्फ सेविंग्स का जरिया नहीं रहा, बल्कि एक डिजिटल और मॉडर्न प्लेटफॉर्म बन गया है. आसान और तेज प्रोसेस के जरिए मेंबर्स और पेंशनर्स को बड़ी राहत मिली है. EPFO के साथ अब ना फॉर्म भरने की परेशानी, ना ऑफिस के चक्कर, और ना ही लंबे इंतजार. अब सबकुछ ऑनलाइन और कुछ क्लिक में संभव है .

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