इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री ढाई गुना बढ़ी, फेम-2 योजना पर जोर

इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक वेहिकल (एसएमईवी) ने वित्त वर्ष 2022-23 के बिक्री आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस अवधि में बिक्री एक साल पहले की तुलना में ढाई गुना हो गई.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:

देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता के बीच बिजलीचालित दोपहिया वाहनों की बिक्री पिछले वित्त वर्ष (2022-23) में ढाई गुना होकर 8,46,976 इकाई पर पहुंच गई. इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक वेहिकल (एसएमईवी) ने वित्त वर्ष 2022-23 के बिक्री आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस अवधि में बिक्री एक साल पहले की तुलना में ढाई गुना हो गई. वर्ष 2021-22 में देशभर में 3,27,900 इलेक्ट्रिक दोपहिया बिके थे.

एसएमईवी ने विनिर्माताओं से मिले आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पिछले वित्त वर्ष में अधिकतम 25 किलोमीटर की रफ्तार वाले 1.2 लाख ई-स्कूटरों की बिक्री हुई. वहीं 25 किलोमीटर से अधिक रफ्तार वाले खंड में 7,26,976 वाहन बिके. इस तीव्र बिक्री वृद्धि के बावजूद 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की स्वीकार्यता की दर नीति आयोग के लक्ष्य से 25 प्रतिशत से अधिक पीछे रही है.

उद्योग संगठन ने कहा कि फेम-2 योजना के तहत सब्सिडी जारी नहीं किए जाने से इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री पर असर पड़ा है.

एसएमईवी के महानिदेशक सोहिंदर गिल ने कहा, ‘‘बीते वित्त वर्ष में सिर्फ पांच प्रतिशत अनुकूलन होने से 30 प्रतिशत का अल्पावधि लक्ष्य हासिल कर पाना एक सपना ही लग रहा है. हालांकि, फेम-2 के चरणबद्ध विनिर्माण कार्यक्रम की पात्रता शर्तों को दो साल तक बढ़ाकर और अप्रैल, 2023 से इसे सख्ती से लागू कर चीजों को पटरी पर लाया जा सकता है.''

Featured Video Of The Day
Union Budget 2025: कहने को 1 फरवरी, लेकिन Middle Class को आज मिला मोदी सरकार से असली New Year Gift!
Topics mentioned in this article