Diwali Investment: दिवाली आने वाली है, जो कि केवल दीये, पटाखे और मिठाई ही नहीं, बल्कि समृद्धि का भी त्यौहार है. आर्थिक योजनाओं, खासतौर पर निवेश की शुरुआत के लिए ये काफी शुभ माना जाता है. बहुत सारे लोग इन्वेस्टमेंट के लिए इसे एक आदर्श समय मानते है. वे धनतेरस और दिवाली पर ही निवेश शुरू करते हैं और समृद्धि की कामना करते हैं. तो इस अवसर पर आपको भी अपनी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी तैयार करनी है तो निवेश सलाहकारों की राय ले सकते हैं. NDTV Profit समय-समय पर जानकारों के हवाले से निवेश-मंत्र देता है और दिवाली से पहले एक बार फिर एक्सपर्ट्स के हवाले से कुछ टिप्स दिए हैं. जानकारों के मुताबिक, अगर आपका लक्ष्य 1 करोड़ रुपये का फंड बनाना है, तो सही निवेश साधन चुनना और उस पर टिके रहना ही सबसे बड़ा मंत्र है.
इक्विटी म्यूचुअल फंड से शुरुआत करें
अगर आपका लक्ष्य 10 से 15 साल या उससे अधिक का है, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड बेहद उपयुक्त साधन हो सकता है. ये फिक्स डिपॉजिट, डाकघर की बचत योजनाएं जैसी पारंपरिक सेविंग स्कीम्स से अधिक रिटर्न देते हैं, हालांकि इनमें कुछ उतार-चढ़ाव का रिस्क भी रहता है.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए आप धीरे-धीरे निवेश करते हैं और रुपया-लागत औसत (Rupee Cost Averaging) का लाभ पाते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर आप 20,000 रुपये प्रतिमाह SIP करते हैं और औसतन 12% वार्षिक रिटर्न मिलता है, तो करीब15 साल में आप ₹1 करोड़ से अधिक का फंड बना सकते हैं.
शेयर बाजार में सोच-समझकर कदम रखें
म्यूचुअल फंड स्कीम्स प्रोफेशनल्स द्वारा संचालित होते हैं, लेकिन अगर आप सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आपको सतर्क रहना होगा. ब्लू-चिप कंपनियों के शेयर चुने जा सकते हैं, जिनकी बुनियादी स्थिति मजबूत हो और लंबे समय का विकास संभावित हो. त्योहारी सीजन में शॉर्ट टर्म ट्रेंड या भावनात्मक निर्णयों से बचने की सलाह दी जाती है.
टैक्स-बचत वाले निवेश चुनना होशियारी
इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) एक ऐसा विकल्प है जो मार्केट आधारित रिटर्न देने के साथ-साथ सेक्शन 80C के तहत टैक्स कटौती का लाभ देता है. दिवाली पर ऐसे टैक्स-प्रभावी निवेश करना धन-सृजन और टैक्स बचत, दोनों के लिए फायदेमंद होता है.
निवेश को डायवर्सिफाइड बनाएं
सिर्फ इक्विटी पर निर्भर रहना ठीक बात नहीं है. एक्सपर्ट, डेट म्यूचुअल फंड, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) या नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में भी निवेश करने की सलाह देते हैं. ये विकल्प आपके पोर्टफोलियो को स्थिरता और सुरक्षा देते हैं. साथ ही मार्केट के उतार-चढ़ाव के समय सहारा बनते हैं.
त्योहारों में लोग मार्केट की टाइमिंग करने की कोशिश करते हैं, लेकिन इतिहास बताता है कि नियमित निवेश, टाइमिंग से बेहतर परिणाम देता है. SIP के जरिए ऑटोमैटिक निवेश अनुशासन बनाए रखता है और भावनात्मक गलतियों से बचाता है.
तो फिर इस दिवाली, सिर्फ सोना या उपहार खरीदने से आगे की सोचिए, अपनी फाइनेंशियल लाइफ को भी रोशन करने की दिशा में कदम बढ़ाइए. सही निवेश मिश्रण और अनुशासन से, 1 करोड़ रुपये का लॉन्ग टर्म लक्ष्य संभव है.
डिस्क्लेमर: निवेश समेत सारी सलाह आपकी सामान्य जानकारी बढ़ाने के लिए है. इन्हें इन्वेस्टमेंट रिकमेंडेशन न माना जाए. कृपया निवेश से पहले अपने निवेश सलाहकार से राय जरूर ले.