कोरोना एक बार फिर बढ़ने की दहलीज पर है. ऐसे में हाल ही में नाक से दी जाने वाली नेजल वैक्सीन iNCOVACC इन्नोवैक को लोगों को देने के लिए मंजूरी दी गई है. यह नेजल वैक्सीन कोविन ऐप के जरिए उपलब्ध कराई जा रही है. सरकार की ओर से इसके दाम निजी अस्पतालों में 800 रुपये और सरकारी अस्पतालों को कंपनी से मिलेगी 325 रुपए में प्रति डोज में प्राप्त होगी. बताया जा रहा है कि कुछ दिनों बाद जनवरी में लोगों को यह वैक्सीन अस्पतालों से दी जा सकती है. बताया जा रहा है कि जनवरी के आखिरी सप्ताह में यह वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध होगी.
भारत की यह पहली नजर वैक्सीन होगी जिसे बूस्टर डोज के तौर पर लिया जा सकेगा इसका ट्रायल पूरा हो चुका है. देश के 14 जगहों पर इसका ट्रायल किया गया जिसमें 3100 लोग शामिल हुए. दिसंबर के शुरुआत में भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन को मार्केट में लाने की अनुमति मिली थी इस वैक्सीन को इस तरह से डिजाइन किया गया है जिससे कम पैसे में आम लोगों तक पहुंच सके. नेजल वैक्सीन incovacc का नाम दिया गया है.
भारत बायोटेक के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन डॉक्टर कृष्णा इल्ला ने कहा यह व्यक्ति भारत की पहली ऐसी वैक्सीन होगी जिसमें डीजल की जरूरत नहीं. भारत के पास प्रकाशनरी डोज के लिए एक और बेहतर विकल्प मिल गया है. इससे बड़ी तादाद में बड़ी तादाद में एक साथ एक साथ लोगों के लोगों के इम्यूनाइजेशन में मदद मिलेगी.
कंपनी द्वारा दावा किया जा रहा है कि सरकार द्वारा ज्यादा मात्रा में नेजल वैक्सीन खरीदने पर केंद्र व राज्य सरकारों को 325 रुपये प्रति डोज दिया जाएगा. साथ ही कंपनी ने दावा किया है कि इस वैक्सीन को तीन फेज ट्रायल किया गया जो कामयाब रहे. यह वैक्सीन हिटरोलोगस यानि ऐसे किसी भी व्यक्ति को दी जा सकती है जिसने कोविशील्ड या फिर कोवैक्सीन की दोनों डोज ले रखी है. यह नाक से दी जानी वाली इन्कोवैक वैक्सीन दोनों ही तरह के लोगों पर कारगर होगी. यह बूस्टर डोज की तरह दी जा सकती है.
कंपनी का कहना है कि यह वैक्सीन कम कीमत पर उपलब्ध होगी क्योंकि इसे केवल दो बूंद ही दिया जाएगा. गरीब और विकासशील देशों के लिए यह एक बेहतर विकल्प के तौर पर मौजूद है.