केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने PAN 2.0 को मंजूरी दे दी है. PAN 2.0 देश के PAN सिस्टम का एक एडवांस वर्जन होगा, जिसका मकसद बिजनेस और सिटीजन सेंट्रिक ऑपरेशन को स्ट्रीमलाइन करना है. यानी बिजनेस और इंडिविजुअल दोनों के लिए प्रोसेस को आसान बनाना है. उन्होंने कहा कि नागरिकों के पुराने पैन कार्ड को QR कोड (PAN with QR code) की सुविधा के साथ फ्री में अपग्रेड किया जाएगा. यह प्रोसेस पूरी तरह से पेपरलेस और ऑनलाइन होगा.
टैक्सपेयर्स को मिलेगा बेहतर डिजिटल एक्सपीरियंस
PAN 2.0 प्रोजेक्ट एक ई-गवर्नेंस पहल है जिसका मकसद PAN/TAN सर्विसेज के टेक्नोलोजी ड्रिविन ट्रांसफॉर्मेशन के जरिए टैक्सपेयर रजिस्ट्रेशन सर्विसेज को फिर से तैयार करना है. इस पहल के जरिए सरकार का लक्ष्य टैक्सपेयर्स को बेहतर डिजिटल एक्सपीरियंस प्रोवाइड करना है.
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा कि इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 139A के तहत पुराने वर्जन वाले PAN का इस्तेमाल 1972 से किया जा रहा है. इसे बड़े पैमाने पर अपनाया गया और करीब 78 करोड़ पैन जारी किए गए. जिनके दायरे में लगभग 98 फीसदी लोग आते हैं. इस प्रोजेक्ट पर 1,435 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान जताया जा रहा है.नए प्रोजेक्ट का फायदा
इस प्रोजेक्ट से पैन (PAN) और टैन (TAN) सर्विसेज के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के जरिए टैक्सपेयर्स रजिस्ट्रेशन के बिजनेस प्रोसेस को फिर से तैयार किया जाएगा.
इन खास फीचर्स को PAN 2.0 में किया जाएगा शामिल (Key features of PAN 2.0)
- सिस्टम अपग्रेड : ऑपरेशनल एफिशिएंसी को बढ़ाने के लिए तकनीकी प्रगति यानी टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट का फायदा मिलेगा.
- कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर : बिजनेस रिलेटेड इंगेजमेंट के लिए स्पेसिफिक डोमेन में एक यूनिवर्सल आइडेंटिफायर के तौर पर PAN का इंटीग्रेशन होगा.
- यूनिफाइड पोर्टल : इसमें अच्छा यूजर एक्सपीरियंस देने के लिए एक इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मिलेगा जिसमें PAN से संबंधित सभी सर्विसेज शामिल होंगी.
- साइबर सिक्योरिटी : यूजर्स डेटा प्रोडेक्शन को और बेहतर करने के लिए कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल का इंप्लिमेंटेशन करना ताकि संभावित साइबर खतरों से बचा जा सके.
- पैन डेटा वॉल्ट : पैन डेटा का यूज करने वाली संस्थाओं के लिए सिक्योर स्टोरेज सिस्टम को अनिवार्य करना.
क्या आपका पुराना पैन कार्ड बेकार हो जाएगा?
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि अगर आपके पास पहले से पैन नंबर है तो इसे बदलने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अपकमिंग PAN 2.0 को मौजूदा पैन सिस्टम में एनहैंसमेंट यानी सुधार के तौर पर पेश किया जाएगा. नए कार्ड में एफिशिएंट स्कैनिंग के लिए एक QR कोड की सुविधा होगी और यह पूरी तरह से ऑनलाइन होगा.पैन अपग्रेडेशन के लिए कोई फीस नहीं देनी होगी. यानी कि यह सभी के लिए निःशुल्क होगा.
PAN ऑटोमेटिक होगा अपग्रेड
अगर आपके पास पहले से पैन है तो वो ऑटोमेटिक अपग्रेड हो जाएगा. सरकार का मकसद इस नए सिस्टम के जरिए टैक्स कलेक्शन को ज्यादा ट्रांसपेरेंट बनाना और टैक्स चोरी पर लगाम लगाना है.