Best Gold Loan Interest Rates For 2025: साल 2025 में सोने की कीमत जबरदस्त बढ़ोतरी के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. इस साल गोल्ड की डिमांड 122 फीसदी बढ़कर 2.94 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है. इसकी बड़ी वजह है सोने के दामों में उछाल और आरबीआई के बदले हुए नियम, जिनकी वजह से लोगों के लिए गोल्ड लोन लेना आसान हो गया है.
गोल्ड लोन से पाएं तुरंत पैसा
गोल्ड लोन की खास बात यह है कि इसमें आपको अपना गोल्ड बेचना नहीं पड़ता, बल्कि उसके बदले लोन मिल जाता है. हालांकि लोन की अवधि तक ब्याज चुकाना पड़ता है. फिलहाल बैंक गोल्ड लोन पर 8.05 फीसदी से शुरू होने वाला ब्याज दे रहे हैं.
ये हैं 2025 में सबसे सस्ता गोल्ड लोन देने वाले टॉप 5 बैंक
- सबसे पहले नंबर पर है सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, जो 8.05% से 8.35% तक की ब्याज दर पर गोल्ड लोन दे रहा है. लोन अवधि 12 महीने तक की है और प्रोसेसिंग फीस लोन अमाउंट का 0.25% + GST है. लोन लिमिट 10,000 रुपए से 40 लाख रुपए तक है.
- दूसरे नंबर पर है इंडियन ओवरसीज बैंक, जिसकी ब्याज दर 8.20% से 11.60% के बीच है. लोन टेन्योर 12 महीने तक और प्रोसेसिंग फीस लोन अमाउंट के हिसाब से तय होती है. लोन लिमिट 25,000 रुपए से 50 लाख रुपए तक है.
- तीसरे नंबर पर पंजाब नेशनल बैंक है, जो 8.35% की ब्याज दर से गोल्ड लोन देता है. इसकी अवधि 12 महीने है और प्रोसेसिंग फीस लोन अमाउंट का 0.30% + GST है. लोन लिमिट 25,000 रुपए से 25 लाख रुपए तक है.
- चौथे स्थान पर बैंक ऑफ इंडिया है, जिसकी ब्याज दर 8.6% से 8.75% है. लोन अवधि 12 महीने तक की और प्रोसेसिंग फीस अधिकतम 1,500 रुपए है. लोन लिमिट 20,000 रुपए से 30 लाख रुपए तक है.
- पांचवें नंबर पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया है, जो 8.75% की ब्याज दर से गोल्ड लोन ऑफर कर रहा है. इसकी अवधि 36 महीने तक और प्रोसेसिंग फीस लोन अमाउंट का 0.25% है. लोन लिमिट 20,000 रुपए से 50 लाख रुपए तक है.
इस साल अब तक गोल्ड ने 50% तक दिया रिटर्न
सोने की कीमतों ने भी इस साल शानदार रिटर्न दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, गोल्ड ने 50 फीसदी तक रिटर्न दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 10 सालों में दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने सोने की खरीद लगभग दोगुनी कर दी है. इसके अलावा अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने 17 सितंबर को ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की, जिससे गोल्ड प्राइस में तेजी आई. ग्लोबल अनसर्टेनिटी, इन्वेस्टमेंट डिमांड और रुपये में गिरावट ने भी गोल्ड रिटर्न को बढ़ाया है. नतीजा ये है कि गोल्ड लोन की मांग लगातार बढ़ती जा रही है.