Digital Gold खरीदने वाले हो जाएं सावधान! SEBI ने दे दी है बड़ी चेतावनी, जानें सोने में निवेश का सबसे सेफ तरीका

Digital Gold Investment: अगर आप किसी ऐसी ऐप पर डिजिटल गोल्ड खरीद रहे हैं जो सेबी के तहत रजिस्टर्ड नहीं है, तो उस पर कोई इन्वेस्टर प्रोटेक्शन नहीं मिलेगा. ऐसे में अगर प्लेटफॉर्म या कंपनी को कोई ऑपरेशनल दिक्कत आती है, तो आपकी रकम फंस सकती है.

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Gold Investment Tips:अगर आप गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं लेकिन सुरक्षित ऑप्शन चाहते हैं, तो सेबी के पास कई रेगुलेटेड प्रोडक्ट्स हैं .
नई दिल्ली:

अगर आप भी मोबाइल ऐप या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए  डिजिटल गोल्ड में निवेश (Digital Gold Investment) कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए जरूरी है. हाल ही में मार्केट रेगुलेटर SEBI (Securities and Exchange Board of India) ने निवेशकों को डिजिटल गोल्ड से जुड़े रिस्क के बारे में आगाह किया है. सेबी ने साफ कहा है कि डिजिटल गोल्ड न तो सिक्योरिटी माना जाता है और न ही कमोडिटी डेरिवेटिव्स के तहत रेगुलेटेड है, यानी यह सेबी के दायरे से बाहर है.

सीधे शब्दों में कहें, अगर आप किसी ऐसी ऐप पर डिजिटल गोल्ड खरीद रहे हैं जो सेबी के तहत रजिस्टर्ड नहीं है, तो उस पर कोई इन्वेस्टर प्रोटेक्शन नहीं मिलेगा. ऐसे में अगर प्लेटफॉर्म या कंपनी को कोई ऑपरेशनल दिक्कत आती है, तो आपकी रकम फंस सकती है.

SEBI ने क्या कहा है?

सेबी ने 8 नवंबर 2025 को जारी  एडवाइजरी में कहा है कि कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म "Digital Gold" या "E-Gold" के नाम से ऐसे प्रोडक्ट्स बेच रहे हैं जो सेबी के रेगुलेटेड प्रोडक्ट्स से अलग हैं.इन प्लेटफॉर्म्स पर डिजिटल गोल्ड को फिजिकल गोल्ड के विकल्प के तौर पर प्रमोट किया जा रहा है, जबकि ये असल में सेबी की निगरानी से पूरी तरह बाहर हैं.

सेबी ने चेतावनी दी है कि ऐसे प्रोडक्ट्स में काउंटर पार्टी रिस्क और ऑपरेशनल रिस्क जैसे खतरे होते हैं. यानी अगर कंपनी पर कोई वित्तीय संकट आता है या उसका सिस्टम फेल हो जाता है, तो निवेशकों के पैसे पर खतरा बन सकता है.

क्या Digital Gold सेफ है या नहीं

सेबी ने यह नहीं कहा है कि हर डिजिटल गोल्ड कंपनी फ्रॉड है. उसका मकसद सिर्फ निवेशकों को यह बताना है कि कौन-सा इन्वेस्टमेंट रेगुलेटेड है और कौन-सा नहीं.अगर कोई कंपनी सेबी के दायरे में नहीं आती, तो उस पर सेबी के नियम और प्रोटेक्शन लागू नहीं होंगे. ऐसे में पूरी जिम्मेदारी निवेशक की होगी कि वह कंपनी के बारे में जांच करें.

Digital Gold क्या होता है?

डिजिटल गोल्ड असल में सोने में छोटा निवेश करने का आसान तरीका है. इसमें आप मोबाइल ऐप या वेबसाइट के जरिए सोना खरीद सकते हैं. कंपनी दावा करती है कि वह उतनी मात्रा का 24 कैरेट सोना अपने वॉल्ट में रखती है, जितना आपने ऑनलाइन खरीदा है.आपके पास डिजिटल रूप में उसका रिकॉर्ड रहता है और जब चाहें आप उसे बेच सकते हैं या फिजिकल गोल्ड के रूप में डिलीवरी ले सकते हैं. यही इसकी सबसे बड़ी खासियत मानी जाती है.

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Digital Gold कैसे काम करता है?

आप किसी ऐप पर जाकर पैसे से गोल्ड खरीदते हैं, और उस रकम के बराबर ग्राम में गोल्ड आपके नाम पर रिकॉर्ड हो जाता है.कंपनी कहती है कि वह सोना किसी सेफ वॉल्ट में रखती है और आप चाहें तो बाद में उसे बेच सकते हैं या सिक्के/बार के रूप में मंगवा सकते हैं.लेकिन अगर यह प्लेटफॉर्म रेगुलेटेड नहीं है, तो आपकी खरीद पर न तो सेबी का कोई कंट्रोल होगा और न ही किसी तरह का इन्वेस्टर प्रोटेक्शन.

सोने में निवेश के रेगुलेटेड तरीके

अगर आप गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं लेकिन सुरक्षित ऑप्शन चाहते हैं, तो सेबी के पास कई रेगुलेटेड प्रोडक्ट्स हैं ...

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  1. Gold ETFs (Exchange Traded Funds):यह म्यूचुअल फंड की तरह होता है जो सोने की कीमत से जुड़ा रहता है. इसे आप शेयर बाजार से ऑनलाइन खरीद-बेच सकते हैं.इसमें चोरी, प्योरिटी या स्टोरेज की चिंता नहीं रहती और यह पूरी तरह ट्रांसपेरेंट इन्वेस्टमेंट है.
  2. Electronic Gold Receipts (EGRs):ये स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं और सेबी-अप्रूव्ड वॉल्ट्स में रखे सोने के खिलाफ जारी किए जाते हैं.
  3. Sovereign Gold Bonds (SGBs):यह सरकार की तरफ से जारी किए जाते हैं, इसमें आपको हर साल ब्याज भी मिलता है और टैक्स बेनिफिट भी.

फिजिकल गोल्ड बनाम Gold ETF

भारत में सोना सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि एक इमोशन है. शादी, त्योहार या किसी शुभ मौके पर सोना खरीदना परंपरा बन चुकी है.लेकिन अब वक्त बदल रहा है .लोग फिजिकल गोल्ड की बजाय गोल्ड ETF में निवेश करने की ओर बढ़ रहे हैं. इसकी वजह ये है कि...

  • गोल्ड ETF में मेकिंग चार्ज या चोरी जैसी दिक्कत नहीं होती. 
  • इसके लिए डिमैट अकाउंट जरूरी होता है.
  • जब भी पैसों की जरूरत हो, आप इसे तुरंत बेच सकते हैं क्योंकि इसकी लिक्विडिटी काफी अच्छी होती है.

फिजिकल गोल्ड या Gold ETF कहां निवेश करना चाहिए?

अगर आप सोना पहनने या पारिवारिक परंपरा के लिए खरीदना चाहते हैं, तो फिजिकल गोल्ड आपके लिए सही रहेगा.लेकिन अगर आप सिर्फ निवेश करना चाहते हैं और सेफ्टी, ट्रांसपेरेंसी और लिक्विडिटी चाहते हैं, तो Gold ETF या Sovereign Gold Bonds बेहतर ऑप्शन हैं.

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