Amul Milk Price Drops? GST काउंसिल की मीटिंग के बाद 3 सितंबर को रोजमर्रा की जरूरत वाले कई सामान पर टैक्स रेट कम करने का फैसला लिया गया. इस फैसले के अनुसार, कई सारे फूड आइटम्स और किचन के सामान 5 फीसदी स्लैब में ला दिए गए हैं. यानी इनपर केवल 5 फीसदी टैक्स लगेगा. वहीं पैकेज्ड दूध पर लगने वाला 5 फीसदी टैक्स खत्म कर दिया गया है. यानी इन पैकेज्ड दूध पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. इस फैसले के बाद कहा जाने लगा कि अमूल, मदर डेयरी जैसे ब्रैंड के दूध के दाम कम होने वाले हैं.
लेकिन क्या सच में ऐसा होगा? क्या आप सुबह-शाम पड़ोस के दुकानों या मिल्क बूथ से पाउच वाले दूध लाते हैं, उनकी कीमतें कम हो जाएंगी?
अमूल ने दूध की कीमतों पर क्या कहा?
अमूल की ओर से स्पष्ट किया गया है कि उसके पाउच वाले दूध सस्ते नहीं होंगे. 22 सितंबर से नई GST दरें लागू होने के बावजूद दूध के पाउच की कीमतें वही रहेंगी, जो अभी हैं. अमूल प्रॉडक्ट्स की मार्केटिंग करने वाली कंपनी गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के प्रबंध निदेशक (MD) जयेन मेहता ने कहा, 'ताजे पाउच वाले दूध की कीमतों में कोई बदलाव प्रस्तावित नहीं है, क्योंकि इन पर जीएसटी में कोई कमी नहीं की गई है. पाउच वाले दूध पर पहले से ही 0% जीएसटी रहा है.' यानी इन पर टैक्स नहीं लगता है. इससे पहले, मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि आने वाले दिनों में पैकेज्ड दूध की कीमतों में गिरावट आएगी.
तो फिर कौन-सा दूध होगा सस्ता, किस पर हटाया गया GST?
जीएसटी परिषद की हालिया बैठक का एक बड़ा नतीजा निकला कि पैकेज्ड दूध पर अब 5% जीएसटी नहीं लगेगा. लेकिन ये यूएचटी मिल्क के संदर्भ में है. मेहता ने स्पष्ट किया कि ये बदलाव केवल अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर (यूएचटी) दूध पर लागू होता है.
उन्होंने कहा, 'जीएसटी 5% से घटाकर शून्य कर दिए जाने के कारण 22 सितंबर से केवल लंबे समय तक उपयोग होने वाले यूएचटी दूध की कीमतें कम होंगी.'
ये वे दूध होते हैं, जो टेट्रापैक में आते हैं. या फिर पाउच में भी आते हैं, लेकिन इनका पैकेट, सामान्य वाले की तुलना में मोटा होता है. ये अल्ट्रा-हाई टेंपरेचर वाला दूध होता है, जिन्हें एक बार खरीदकर बिना फ्रिज में रखे, लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है.