- 1 अक्टूबर को भारतीय बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,17,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक पहुंची
- सोने की कीमतों में तेजी के पीछे आर्थिक अनिश्चितता और फेडरल रिजर्व द्वारा संभावित ब्याज दर कटौती मुख्य कारण हैं
- मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती से सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी संभव है
1 अक्टूबर को वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों ने एक नया ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया, जिसका असर भारतीय सर्राफा बाजार पर भी पड़ा. 24 कैरेट सोने का भाव भारत में 1,21,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया. वहीं, चांदी भी 1.89% बढ़कर 1,50,500 रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रिकॉर्ड तेजी
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार (COMEX) में सोना 3,875 प्रति औंस डॉलर के ऑलटाइम हाई लेवल पर पहुंच गया, जबकि हाजिर सोना 3,872 प्रति औंस डॉलर पर कारोबार कर रहा था. इस भारी उछाल के पीछे मुख्य रूप से दो बड़ी वजह हैं-
आर्थिक अनिश्चितता के दौरान निवेशक जोखिम भरी संपत्तियों से पैसा निकालकर सोने में लगाना शुरू कर देते हैं.
फेडरल रिजर्व इस महीने और दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. ब्याज दरें कम होने से सोने को रखने की कॉस्ट कम हो जाती है.
भारतीय बाजार की स्थिति
- घरेलू बाजार में सोने की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय और रुपये के मुकाबले डॉलर की मजबूती से बदलती हैं.
- 24 कैरेट सोने की कीमत 1,21,000 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, जो एक नया रिकॉर्ड है.
क्या अभी और महंगा होगा सोना?
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर फेडरल रिजर्व ब्याज दर में और कटौती करता है तो सोने में तेजी बनी रह सकती है. आने वाले समय के लिए सोने की स्थिति मजबूत नजर आ रही है. यह 1,13,500 रुपए से लेकर 1,16,500 रुपए की रेंज में रह सकता है. हालांकि केडिया एडवायजरी की ओर से बताया गया है कि आने वाले समय में गोल्ड में कुछ करेक्शन देखने को मिल सकता है.