Literature | Written by: रवीश कुमार |गुरुवार सितम्बर 29, 2016 08:39 PM IST बहुत दिनों से मेरे दिमाग़ में एक बात कौंध जाती है. हिन्दी की लड़कियां. लड़कियां हिन्दी या अंग्रेज़ी की नहीं होती हैं. पर जो लड़कियां मेरे दिमाग़ में हैं, मैं उन्हें हिन्दी की ही कहना चाहता हूं. इस पर फिर कभी विस्तार से लिखूंगा. हिन्दी की लड़कियां इसी समय में हिन्दी के पब्लिक स्पेस को तरह तरह से रंग रही हैं.