India | शुक्रवार अगस्त 7, 2015 05:57 PM IST आबिद जयपुर में रिक्शा चलता है। उसका गुजारा मुश्किल से होता है। वह प्रतिदिन सौ-दो सौ रुपये मजदूरी करके कमा लेता है। काफी तंगी में जीवन यापन के बावजूद आबिद को जब रास्ता चलते एक बैग में 1,17,000 रुपये मिले, तो उसने दूसरे ही दिन वह पैसे पुलिस के सुपुर्द कर दिए।