DAVIS CUP: डेविस कप से पहले कप्तान रोहित बोले, हमें घरेलू फायदा मिलेगा

DAVIS CUP: भारत ने तीन बार 1966, 1974 और 1987 के डेविस कप फाइनल में जगह बनाई है, लेकिन कभी भी 'टेनिस का विश्व कप' नहीं जीत सक, यह टूर्नामेंट अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) द्वारा करवाया जाता है.

Advertisement
Read Time: 25 mins
D
नयी दिल्ली:

डेविस कप: भारतीय डेविस कप कप्तान रोहित राजपाल ने कहा है कि "4 और 5 मार्च 2022 को प्रतिष्ठित दिल्ली जिमखाना क्लब के ग्रास कोर्ट में होने वाले विश्व ग्रुप प्ले ऑफ-1 मुकाबले में डेनमार्क के खिलाफ भारतीय टीम को घरेलू मैदान का फायदा होगा. प्रि. ड्रॉ समारोह के अवसर पर मीडिया से बात करते हुए रोहित ने कहा है कि "हमें खुशी है कि हम यहां जल्दी पहुंच गए. हम टाई से कम से कम 10 दिन पहले चाहते थे. लड़के टाटा ओपन और फिर दुबई ओपन में गए. वे कठिन सतह थे और इसलिए मैंने सोचा कि हमें यहां जल्दी होना चाहिए ताकि हम इस सतह पर अभ्यास कर इसकी आदत डाल सकें"

हमारी टीम टक्कर देने को तैयार-रोहित राजपाल

टीम के बारे में पूछे जाने पर रोहित ने कहा है कि 'रोहन सीनियर खिलाड़ी हैं और टीम का एक अहम हिस्सा हैं. उनके पास काफी अनुभव है और मुझे उनसे सलाह लेना अच्छा लगता है. हमारे पास सिंगल्स के लिए अच्छी लाइन अप है. रामकुमार ने कुछ हफ्ते पहले चैलेंजर कप जीता था इसलिए वह अच्छी फॉर्म में हैं. हमारे पास प्रजनेश भी है. मुझे खुशी है कि युकी वापस आ गया है और हम पिछले कुछ समय से उसकी फिटनेस पर काम कर रहे हैं. उम्मीद है कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे."

यह भी पढ़ें: जल्द संन्यास का ऐलान कर पछता रही हैं सानिया मिर्जा, जानें क्या है वजह

Advertisement

हम इस सतह के आदी नहीं-डेनमार्क के कप्तान ने कहा
डेनमार्क के कप्तान फ्रेडरिक नीलसन ने स्वीकार किया कि भारत के पास घरेलू मैदान और ग्रास कोर्ट में खेलने का अनुभव है, लेकिन उनकी टीम एक कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है. हालांकि जिस मौसम और सतह पर वे खेलने जा रहे हैं, वह इसके आदी नहीं है, लेकिन फिर भी वे सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि "मुझे अपने लड़कों पर भरोसा है, ग्रास कोर्ट पर खेलना डेविस कप के इतिहास में सबसे बड़ा उलटफेर नहीं होगा, लेकिन यह कहने की जरूरत नहीं है कि यह इस टाई को जीतने के लिए कुछ परेशानियां पैदा कर सकता है." रूस-यूक्रेन संकट को जोड़ते हुए उन्होंने कहा, "मैं चकित हूं कि यह हमारे समय में हो रहा है. यह संघर्षों का युग है जिसमें हम रह रहे हैं. मुझे उन लोगों के लिए बहुत बुरा लगता है जिन्हें युद्ध पर जाने के लिए कहा जाता है."

Advertisement

यह भी पढ़ें: सानिया मिर्जा ने संन्यास का किया ऐलान, यहां पढ़ें कैसा रहा उनका टेनिस का सफर

Advertisement

इससे पहले भारत ने तीन बार 1966, 1974 और 1987 के डेविस कप फाइनल में जगह बनाई है, लेकिन कभी भी 'टेनिस का विश्व कप' नहीं जीत सक, यह टूर्नामेंट अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) द्वारा करवाया जाता है. भारत को तीन साल बाद घरेलू मुकाबले का आवंटन किया गया है और दिल्ली पांच साल से अधिक समय के बाद डेविस कप मैचों की मेजबानी करने के लिए तैयार है. पिछली बार दिल्ली ने सितंबर 2016 में डेविस कप मैचों की मेजबानी की थी जब राफेल नडाल की अगुवाई वाली स्पेन ने यहां डीएलटीए परिसर में विश्व ग्रुप प्ले-ऑफ दौर में भारत को 5-0 से हरा दिया था. 

Advertisement

डेविस कप के लिए दोनों देशों की टीमें:

भारत: 1. प्रजनेश गुणेश्वरन 2. युकी भांबरी 3. रोहन बोपन्ना 4. रामकुमार रामनाथन 5. दिविज शरन, रिजर्व: साकेत माइनेनी और दिग्विजय प्रताप सिंह

डेनमार्क: 1. मिकेल टॉरपेगार्ड 2. जोहान्स इंगिल्डसन  3. क्रिश्चियन सिग्सगार्ड 4. एल्मर मोलर 5. फ्रेडरिक लोचटे नीलसन (कप्तान) कोच: मार्टिन किलेमोज लिनेट

Featured Video Of The Day
Haryana Assembly Elections 2024 | हरियाणा का सियासी रण: 10 हॉट सीट का पूरा समीकरण
Topics mentioned in this article