Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah के 10 साल पूरे होने का जश्न
नई दिल्ली:
टेलीविजन के सबसे पॉपुलर शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' ने अपने 10 साल पूरे कर लिए हैं. शो का पहला एपिसोड 28 जुलाई, 2018 को प्रसारित हुआ था. तब से अब तक जेठालाल का परिवार और तारक मेहता की पूरी टीम देशभर के दर्शकों का मनोरंजन करती आ रही है. इस खास मौके गोकुलधाम सोसाइटी में 'खुशियों के दशक' का जश्न मनाया गया. तारक मेहता की पूरी टीम इस जश्न में शामिल हुई और इन्होंने 'हंसो हंसाओ दिवस' धूमधाम से सेलिब्रेट किया. सेट की कई तस्वीरों और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिसमें तारक मेहता की टीम नाचते-गाते, जश्न मनाते और केक काटती नजर आ रही हैं. शो में बबिता अय्यर का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता ने इस जश्न का वीडियो इंस्टाग्राम पर जारी किया है. बता दें, टीवी पर यह एपिसोड 30 और 31 जुलाई को प्रसारित होगा.
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'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' ऐसा कॉमेडी सीरियल है, जो बिना रुके और लगातार अपने दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है. न तो इसमें कभी कोई लीप आया और न ही कैरेक्टर्स को लेकर कोई छेड़छाड़ ही की गई. जेठालाल और उनकी गोकुलधाम सोसाइटी अपने 11वें साल में कदम रखने जा रही है. 28 जुलाई को 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' ने अपने 10 साल पूरे किए. शो के जेठालाल, दयाबेन, बाबूजी, टप्पू, मेहता साब, सोढी और पोपटलाल जैसे कैरेक्टर घर-घर में लोकप्रिय हैं. 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के फैन बच्चों से लेकर बड़े तक हर कोई है.
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'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के क्रिएटर असित कुमार मोदी का कहना है, "हर साल 28 जुलाई आता है और हमें बहुत खुशी होती है कि एक और सफल साल हंसते-खेलते निकल गया. ऐसा तो लगता ही नहीं है कि हम अपने 11वें साल में कदम रख रहे हैं. लगता है जैसे कल ही तो हमने शुरुआत की थी. 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' पर जैसे भगवान का आशीर्वाद है. हांलाकि हर कहानी में कई बार तनावपूर्ण सिचुएशन आती है पर हर बार भगवान की कृपा से हम उसे सुलझाकर आगे बढ़ जाते हैं. मेरे सारे कलाकार और मेरी सारी टीम ने हमेशा मेरा पूरा सहयोग किया है. हमारे दर्शक हम पर लगातार अपने प्यार का हाथ बनाये रखते हैं. हां कभी-कभी आलोचना भी होती है पर हम उसे भी सकारात्मक रूप में ही लेते हैं. हमें सास बहू शो और ड्रामा से मुकाबला करना पड़ा पर हमारी साफ-सुथरी सकारात्मक कहानियां और हंसी मजाक का हल्का-फुल्का माहौल पारिवारिक मनोरंजन का सबसे बड़ा स्रोत है. दुःख बस इस बात का है कि आगे की यात्रा में हमारे एक साथी कवि कुमार आजाद जी हमारे साथ नहीं होंगे."
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'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' ऐसा कॉमेडी सीरियल है, जो बिना रुके और लगातार अपने दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है. न तो इसमें कभी कोई लीप आया और न ही कैरेक्टर्स को लेकर कोई छेड़छाड़ ही की गई. जेठालाल और उनकी गोकुलधाम सोसाइटी अपने 11वें साल में कदम रखने जा रही है. 28 जुलाई को 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' ने अपने 10 साल पूरे किए. शो के जेठालाल, दयाबेन, बाबूजी, टप्पू, मेहता साब, सोढी और पोपटलाल जैसे कैरेक्टर घर-घर में लोकप्रिय हैं. 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के फैन बच्चों से लेकर बड़े तक हर कोई है.
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'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के क्रिएटर असित कुमार मोदी का कहना है, "हर साल 28 जुलाई आता है और हमें बहुत खुशी होती है कि एक और सफल साल हंसते-खेलते निकल गया. ऐसा तो लगता ही नहीं है कि हम अपने 11वें साल में कदम रख रहे हैं. लगता है जैसे कल ही तो हमने शुरुआत की थी. 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' पर जैसे भगवान का आशीर्वाद है. हांलाकि हर कहानी में कई बार तनावपूर्ण सिचुएशन आती है पर हर बार भगवान की कृपा से हम उसे सुलझाकर आगे बढ़ जाते हैं. मेरे सारे कलाकार और मेरी सारी टीम ने हमेशा मेरा पूरा सहयोग किया है. हमारे दर्शक हम पर लगातार अपने प्यार का हाथ बनाये रखते हैं. हां कभी-कभी आलोचना भी होती है पर हम उसे भी सकारात्मक रूप में ही लेते हैं. हमें सास बहू शो और ड्रामा से मुकाबला करना पड़ा पर हमारी साफ-सुथरी सकारात्मक कहानियां और हंसी मजाक का हल्का-फुल्का माहौल पारिवारिक मनोरंजन का सबसे बड़ा स्रोत है. दुःख बस इस बात का है कि आगे की यात्रा में हमारे एक साथी कवि कुमार आजाद जी हमारे साथ नहीं होंगे."
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