भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद. (फाइल फोटो)
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- आनंद को कोवालयोव के खिलाफ हर हाल में जीत दर्ज करनी थी
- आनंद ने कनाडाई खिलाड़ी के खिलाफ ड्रॉ पर जताई सहमति
- आनंद के लिए यहां परिस्थितियां अनुकूल नहीं रही
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टिबलिसी (जार्जिया):
पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद फिडे वर्ल्ड कप से बाहर हो गए. इससे उनके अगले साल विश्व शतरंज चैंपियनशिप में खेलने की उम्मीदों को भी करारा झटका लगा है. भारत के ही ग्रैंडमास्टर पी. हरिकृष्णा भी दूसरे दौर से आगे बढ़ने में नाकाम रहे. हमवतन एसपी सेतुरमण से टाईब्रेकर में हारने के कारण उन्हें बाहर का रास्ता देखना पड़ा. आनंद को कनाडा के एंटन कोवालयोव के खिलाफ दूसरे दौर की बाजी में हर हाल में जीत दर्ज करनी थी, लेकिन वह इसे ड्रॉ ही करा पाए. इस नॉकआउट प्रतियोगिता में 15 साल के बाद भाग ले रहे आनंद पहली बाजी हार गए थे.
यह भी पढ़ें : विश्वनाथन आनंद को वर्ष 2017 में कामयाबी का दौर लौटने की उम्मीद
आनंद ने बाजी ड्रॉ करवाने पर जताई सहमति
आनंद जीत दर्ज करने पर मुकाबला टाईब्रेकर तक खींच लेते, लेकिन 31 चाल के बाद उन्हें लगा कि उनकी जीत की संभावना क्षीण है. इसलिए उन्होंने बाजी ड्रॉ करवाने पर सहमति जता दी. अगर आनंद को अगले साल होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में वाइल्ड कार्ड नहीं मिलता है तो इस हार से उनकी 2018 में विश्व चैंपियनशिप में खेलने की संभावना भी समाप्त हो गई. नियमों के अनुसार एक वाइल्डकार्ड दिया जाता है और अगर आनंद इसे हासिल कर लेते हैं तो वह विश्व चैंपियनिशप के चक्र में फिर से शामिल हो जाएंगे. अगर उन्हें वाइल्ड कार्ड नहीं मिलता है तो इस भारतीय स्टार को अगले चक्र के लिए इंतजार करना होगा जो कि 2020 विश्व चैंपियनशिप के लिए होगा.
यह भी पढ़ें :नॉर्वे चेस टूर्नामेंट में व्लादिमीर क्रैमनिक से हारे विश्वनाथन आनंद..
VIDEO:नागरिकता पर बेवजह उठा विवाद
विदित गुजराती को मिली जीत
आनंद के लिए यहां परिस्थितियां अनुकूल नहीं रही. एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ काले मोहरों से खेलना आसान नहीं होता है. कनाडाई खिलाड़ी ने इंग्लिश ओपनिंग की, जिससे वह थोड़ा फायदे की स्थिति में थे. आनंद ने बाजी को जटिल बनाने की कोशिश की लेकिन बाजी उनके हिसाब से आगे नहीं बढ़ पायी. इस बीच ग्रैंडमास्टर विदित गुजराती ने अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखा और वियतनाम के ली क्वांग लियम को 1.5-0.5 से हराया. ग्रैंडमास्टर बी अधिबान ने रूस के इयान नेपोमनियाची के खिलाफ दूसरी बाजी भी ड्रॉ खेली और उन्हें अब टाईब्रेकर खेलना होगा.
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आनंद ने बाजी ड्रॉ करवाने पर जताई सहमति
आनंद जीत दर्ज करने पर मुकाबला टाईब्रेकर तक खींच लेते, लेकिन 31 चाल के बाद उन्हें लगा कि उनकी जीत की संभावना क्षीण है. इसलिए उन्होंने बाजी ड्रॉ करवाने पर सहमति जता दी. अगर आनंद को अगले साल होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में वाइल्ड कार्ड नहीं मिलता है तो इस हार से उनकी 2018 में विश्व चैंपियनशिप में खेलने की संभावना भी समाप्त हो गई. नियमों के अनुसार एक वाइल्डकार्ड दिया जाता है और अगर आनंद इसे हासिल कर लेते हैं तो वह विश्व चैंपियनिशप के चक्र में फिर से शामिल हो जाएंगे. अगर उन्हें वाइल्ड कार्ड नहीं मिलता है तो इस भारतीय स्टार को अगले चक्र के लिए इंतजार करना होगा जो कि 2020 विश्व चैंपियनशिप के लिए होगा.
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