NDTV से बात करती ईशा सिंह
दुनिया के ज़्यादातर चैंपियन खिलाड़ियों से अगर पूछें कि 13 साल की उम्र में वो क्या कर रहे थे ...तो यकीनन जवाब मिलेगा कि वो अपने हुनर को मांजते हुए चैंपियन बनने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन 13 साल की उम्र में कोई खिलाड़ी वर्ल्ड चैंपियन से लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वालों को मात देने लगे तो? आपको मिलवाते हैं 13 साल की एक ऐसी ही शूटिंग चैंपियन से. तेलंगाना की रहने वाली 13 साल की ईशा सिंह आठवीं कक्षा की छात्रा हैं. गणित में पूरे अंक लाती हैं और इतिहास विषय से उन्हें डर लगता है. लेकिन शूटिंग की बात हो तो अब दुनिया भर में कोई भी खिलाड़ी उनके साथ शूटिंग करने से डर सकता है. ईशा ने हाल ही में त्रिवेंद्रम में हुई नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में गोल्ड जीतकर धमाल कर दिया.
ईशा ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 241.0 के स्कोर के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इस नन्ही चैंपियन ने महिला सीनियर, यूथ और जूनियर तीनों वर्गों में स्वर्ण जीतकर इतिहास रच दिया. बड़ी बात ये रही कि ईशा ने मनु भाकर और हीना सिद्धू जैसी वर्ल्ड चैंपियन और पूर्व वर्ल्ड नंबर 1 खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया. कॉमनवेल्थ गेम्स और यूथ ओलिंपिक्स की गोल्ड मेडलिस्ट मनु भाकर ने 238.9 प्वाइंट्स के साथ सिल्वर जबकि श्वेता सिंह ने 217.2 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता.
ईशा अपनी कामयाबी का श्रेय ओलिंपिक पदक विजेता गगन नारंग की अकाडमी गन फ़ॉर ग्लोरी की टीम के साथ कार रैली के नेशनल चैंपियन अपने पिता को देती हैं. ईशा के सपने बड़े हैं. वो इंडियन फ़ॉरेन सर्विस में जाने के साथ ओलिंपिक चैंपियन भी बनना चाहती हैं.