Punjab: पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और निवर्तमान राज्य कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ बैठे नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की पोडियम तक पहुंचने की उत्सुकता को उस वक्त साफ तौर पर देखा जा सकता था. जैसे ही उनका नाम पुकारा गया, टीम इंडिया का यह पूर्व बल्लेबाज हाथ रगड़ते हुए उठ खड़ा हुआ, उन्होंने जोश में आई भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया और हाथ में थामे हुए फोन को क्रिकेट के बल्ले की तरह घुमाया. सिद्धू के क्रिकेट के दिनों का यह ट्रेडमार्क स्टाइल था. एक तरह से यह Punjab कांग्रेस के नए बॉस के रूप में सिद्धू के 'आगमन का संकेत' था. नवजोत अपने दाएं ओर बैठे सीएम अमरिंदर सिंह के सामने से गुजरे और अपने कार्यभार ग्रहण समारोह के podium तक पहुंचने के पहले उन्होंने कुछ लोगों के पैर भी छुए.
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कार्यभार संभालने के बाद सिद्धू ने कहा कि पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता और प्रदेश इकाई के प्रमुख में कोई अंतर नहीं है. अमृतसर (पूर्व) से MLA सिद्धू ने कहा, ‘‘पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता और राज्य इकाई प्रमुख के बीच कोई अंतर नहीं है. पंजाब का हर कांग्रेस कार्यकर्ता आज से पार्टी की प्रदेश इकाई का प्रमुख बन गया है.'' उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की जान होते हैं और पार्टी को कार्यकर्ताओं से ही ताकत मिलती है. क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू ने सुनील जाखड़ का स्थान लिया है. उन्होंने कहा कि उनके मन में छोटों के लिए प्यार और बड़ों के लिए सम्मान है. उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब जीतेगा, पंजाबियों की जीत होगी.'' प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने से पहले सिद्धू ने यहां पंजाब भवन में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात की.
कांग्रेस के एक नेता के अनुसार, इससे पहले पंजाब भवन में सिद्धू और सिंह के बीच हुई मुलाकात ''सौहार्दपूर्ण'' थी.पिछले करीब चार महीनों में पहली बार सिद्धू और सिंह एक-दूसरे से मिले. मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने दोनों नेताओं के बीच बातचीत के दौरान की तस्वीरें ट्वीट कीं. सिंह ने पंजाब भवन में कांग्रेस नेताओं को चाय पर आमंत्रित किया था. पंजाब भवन के बाहर पत्रकारों से कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि सिद्धू ने एआईसीसी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत की उपस्थिति में चाय पर बुलायी गयी बैठक में मुख्यमंत्री से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि दोनों नेता एक-दूसरे के बगल में बैठे और उनके बीच मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही. इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी, प्रताप सिंह बाजवा और लाल सिंह भी मौजूद थे. (भाषा से भी इनुपट )