पंजाब के मंत्री ने कहा, ' कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की महिला मित्र के ISI के साथ संबंधों की जांच करेंगे'

रंधावा ने NDTV से बातचीत में कहा, 'कैप्‍टन कह रहे हैं कि पंजाब, ISI से खतरे का सामना कर रहा, ऐसे में हम अरूसा आलम के ISI के साथ रिश्‍तों की भी जांच करेंगे.'

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अरूसा आलम का कैप्‍टन के घर पर नियमित रूप से आना-जाना है
चंडीगढ़:

Punjab: कांग्रेस और पंजाब के पूर्व सीएम के बीच की 'तनातनी' विवाद के बीच राज्‍य के एक मंत्री ने कहा है कि कैप्‍टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh)की मित्र के तौर पर जानी जाने वाली पाकिस्‍तानी जर्नलिस्‍ट की खुफिया एजेंसी ISI के साथ रिश्‍तों की जांच की जानी चाहिए. पंजाब के गृह मंत्री सुखजिंदर  सिंह रंधावा (Sukhjinder Randhawa)ने इस बात की जांच की मांग की है कि क्‍या अमरिंदर की मित्र अरूसा आलम के पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी ISI (Inter-Services Intelligence) के साथ संबंध हैं?

रंधावा ने NDTV से बातचीत में कहा, 'कैप्‍टन कह रहे हैं कि पंजाब, ISI से खतरे का सामना कर रहा, ऐसे में हम अरूसा आलम के ISI के साथ रिश्‍तों की भी जांच करेंगे.' उन्‍होंने डिफेंस जर्नलिस्‍ट अरूसा आलम के पाकिस्‍तान के सैन्‍य अफसरों के साथ शेयर किए गए वीडियो और तस्‍वीरों को लेकर भी सवाल उठाया.रंधावा ने कहा कि उन्‍होंने पंजाब पुलिस के प्रमुख ने इन आरोपों की जांच को कहा है. पंजाब के मंत्री ने कहा, 'कैप्‍टन पिछले साढ़े चार साल से पाकिस्‍तान  से आने वाले ड्रोन का मुद्दा उठाते रहे हैं. कैप्‍टन साहब ने पहले यह मुद्दा उठायाऔर बाद में पंजाब में बीएसएफ को तैनात कराया. ऐसा लगता है कि यह बड़ी साजिश है जिसकी जांच की जरूरत है. ' गौरतलब है कि  जर्नलिस्‍ट अरूसा की अमरिंदर से मुलाकात  उनकी वर्ष 2004 की पाकिस्‍तान यात्रा के दौरान हुई थी.उसका कैप्‍टन के घर पर नियमित रूप से आना-जाना है और उसने अमरिंदर के शपथ ग्रहण समारोह को भी अटेंड किया था.  पंजाब कांग्रेस की ओर से पूर्व सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर बोला गया यह सबसे तीखा हमला है. कैप्‍टन नई पार्टी के गठन का ऐलान कर चुके हैं.  उन्‍होंने पंजाब में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव (Punjan Assembly polls 2022) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अकाली दल से अलग हुए ग्रुप सहित समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन का संकेत भी दिया है. 

अमरिंदरने गुरुवार को अपनी 40 साल से अधिक समय की पार्टी, कांग्रेस पर निशाना साधा था. महाराष्‍ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन और राज्‍य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) सहित बीजेपी व इसके संरक्षक संगठन आरएसएस के कई नेताओं के शामिल होने का जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा था कि कांग्रेस को धर्मनिरपेक्षता की बात करने का कोई अधिकार नहीं है. कैप्‍टन के हमले पंजाब में कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत पर भी केंद्रित रहे, जिन्‍होंने अमरिंदर के मंगलवार के (नई पार्टी के गठन के) ऐलान को हैरान करने वाला बताया था और कहा था कि ऐसा लगता है कि उन्‍होंने 'अपने अंदर के धर्मनिरपेक्ष अमरिंदर को खत्‍म कर लिया है.'

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