पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक (Security lapse) के मामले में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि लोगों द्वारा बार-बार नकारे जाने के बाद कांग्रेस पार्टी उन्माद के रास्ते पर है. यही नहीं, उसने, कांग्रेस पर 'जानबूझकर' पीएम को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah)में सुरक्षा मामले में कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथ लिया है. गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शाह ने कहा पंजाब में आज हुई कांग्रेस-निर्मित घटना बताती है कि यह पार्टी कैसे सोचती और काम करती है. कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने आज पंजाब में जो किया उसके लिए उन्हें भारत के लोगों से माफी चाहिए. लोगों द्वारा कांग्रेस को बार-बार नकारे जाने से यह पार्टी उन्माद के रास्ते पर चली गई है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में सेंध मामले को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है और सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है.
''पीएम मोदी की रैली में भीड़ नहीं जुटी तो सुरक्षा में चूक.... '': कांग्रेस का बीजेपी पर 'पलटवार'
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर पंजाब सरकार और सीएम चरणजीत चन्नी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, "पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह फेल, खासकर पंजाब, सीएम और एचएम. जब आप देश के प्रधानमंत्री को सुगम मार्ग प्रदान नहीं कर सकते हैं और वह भी पाकिस्तान की सीमा से सिर्फ 10 किमी दूर. ऐसे में आपको पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है और आपको पद छोड़ देना चाहिए!अमरिंदर अब कांग्रेस छोड़कर अपनी अलग पार्टी बना चुके हैं और उनकी पार्टी, बीजेपी के साथ गठबंधन करे पंजाब के विधानसभा चुनाव में उतर रही है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधा और उन पर फोन कॉल लेने से इनकार करने का आरोप लगाया.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी, हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने के लिए पंजाब के बठिंडा पहुंचे थे, उन्हें हेलीकॉप्टर से कार्यक्रम स्थल पर ले जाया जाना था, लेकिन बारिश और खराब दृश्यता के कारण, उन्होंने मौसम साफ होने के लिए लगभग 20 मिनट तक इंतजार किया. गृह मंत्रालय ने बताया, 'जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह फैसला लिया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगेगा. डीजीपी पंजाब पुलिस की ओर से जरूरी सुरक्षा इंतजाम की पुष्टि के बाद सड़क मार्ग से उनका काफिला आगे बढ़ा था.'स्मारक से लगभग 30 किमी दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो प्रदर्शनकारियों ने सड़क को बंद कर रखा था.
गृह मंत्रालय ने कहा, 'प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे. यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी.'साथ ही कहा, 'प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था. प्रक्रिया के अनुसार, उन्हें सुरक्षा के साथ-साथ बाकि सारे भी इंतजाम करने थे. आकस्मिक योजना के मद्देनजर पंजाब सरकार को सड़क मार्ग से किसी भी आवाजाही को सुरक्षित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा तैनात करना चाहिए था. जो कि नहीं किया गया.'गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, साथ ही जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई करने को कहा गया है.